Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट
Faridabad News,19 नवम्बर: एनएसयूआई फरीदाबाद के कार्यकर्ताओं ने एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश महासचिव कृष्ण अत्री के नेतृत्व में भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री स्व० इंदिरा गांधी की 102वीं जयंती मनाई। इस दौरान एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने सेंट्रल पार्क में गरीब बच्चों को पैन, कॉपी, फल, बिस्कुट बांटे।
इस मौके पर एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश महासचिव कृष्ण अत्री ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री स्व० इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर 1917 को इलाहाबाद में हुआ था। उनके बचपन का नाम प्रियदर्शिनी था। तेज तर्रार और निडर होकर फैसले लेने वाली देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को आयरन लेडी के नाम से जाना जाता था। इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री रहते हुए पाकिस्तान के दो टुकड़े करने और पंजाब में फैले उग्रवाद को उखाड़ फेंकने के लिए कड़ा फैसला लेते हुए स्वर्ण मंदिर में सेना भेजने का साहस दिखाया था।
इस मौके पर कृष्ण अत्री ने कहा कि वह प्रभावी व्यक्तित्व वाली मृदुभाषी महिला थीं और अपने कड़े से कड़े फैसलों को पूरी निर्भयता से लागू करने का हुनर जानती थीं। राजनीतिक स्तर पर भले ही उनकी कई मुद्दों को लेकर आलोचना होती हो लेकिन उनके विरोधी भी उनके कठोर निर्णय लेने की काबलियत को दरकिनार नहीं करते हैं। यही चीजें हैं जो उन्हें आयरन लेडी के तौर पर स्थापित करती हैं।
इस अवसर पर अत्री ने कहा कि इंदिरा गांधी ने सक्रिय राजनीति में अपने पिता जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद कदम रखा। उन्होंने पहली बार प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के कार्यकाल में सूचना और प्रसारण मंत्री का पद संभाला था। इसके बाद शास्त्री के निधन पर वह देश की तीसरी प्रधानमंत्री चुनी गईं। इंदिरा गांधी को वर्ष 1971 में भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया। इंदिरा गांधी ने 1966 से 1977 के बीच लगातार तीन बार देश की बागडोर संभाली और उसके बाद 1980 में चौथी बार प्रधानमंत्री बनी।
इस दौरान समाजसेवी धर्मेंद्र शर्मा, डीएवी कॉलेज के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट कृष्ण शर्मा, राहुल वर्मा, हंस आर्यन, अनिल माहौर, आकाश, गोपाल आदि मौजूद थे।
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