मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 17 दिसम्बर: जानलेवा हमले के शिकार/पीडि़त एडवोकेट अनिल शर्मा के केस में पुलिस ने यदि ढंग से कार्यवाही नही की तो जिला बार एसोसिएशन फरीदाबाद के वकील पुलिस को दिखा देंगे कि कोर्ट की चौखट पर कैसे उनको एड़ी रगड़वाई जाती है। पुलिस को ये चेतावनी दी है जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान ओ.पी.शर्मा ने। एडवोकेट शर्मा आज जिला बार एसोसिएशन फरीदाबाद द्वारा की गई सांकेतिक हड़ताल के दौरान मैट्रो प्लस से बातचीत कर रहे थे।
पूर्व प्रधान ओ.पी.शर्मा का कहना था कि पुलिस का आज बेड़ागर्क हो चुका है, ये बेलगाम हो चुकी है। राजनेताओं की शह पर ये सारा कुछ हो रहा है। हालत यह है कि न्याय के लिए वकीलों को ही हड़ताल करनी पड़ रही है। पुलिस का काम मनमानी करना, गुंडागर्दी करना, पैसे कमाना रह गया है। एडवोकेट शर्मा का कहना था कि ऐसे लग रह है जैसे सरकार ने पुलिस को लूट का लाईसैंस दे रखा है। पुलिस लोगों की मदद करने की बजाए गुंडों की मदद करने में लगी है। शर्मा ने पुलिस प्रशासन को चेताते हुए कहा कि समय रहते या तो पुलिस सुधर जाएं वरना यहीं कोर्ट की चौखट पर उनको एड़ी रगड़वाई जा सकती है जैसे कि पहले भी उन्होंने एड़ी रगड़ते देखे हैं पुलिसवाले।
ध्यान रहे कि जिला बार एसोसिएशन फरीदाबाद के वकीलों ने आज कोर्ट में सांकेतिक हड़ताल की है जोकि आगे भी जारी रह सकती है। हड़ताल का कारण पुलिस द्वारा दयालपुर के एक एडवोकेट अनिल शर्मा व उसके दोनों वकील बेटों पर हुए कातिलाने हमले के आरोपियों को गिरफ्तार ना करना, जानलेवा हमले की धारा 307 लगाने की बजाए उल्टे ही वकील अनिल शर्मा के खिलाफ क्रॉस केस बनाना है। इस मामले में कोर्ट के सीनियर एडवोकेट्स ने उग्र रूप दिखाते हुए पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की। इन वकीलों में मुख्यत: जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान सतेन्द्र भड़ाना, ओ.पी.शर्मा, जे.पी.अधाना, अनिल पाराशर, बार सचिव नरेन्द्र पाराशर, नरेन्द्र सिंह, शिवदत वशिष्ठ आदि शामिल थे।
जिस तरह से आज पुलिस के प्रति वकीलों का उग्र रूप देखने को मिला उससे कयास लगाए जा रहे है कि यदि समय रहते पुलिस ने इस मामले में कोई उचित कार्यवाही नहीं की तो आने वाले समय में परिणाम कुछ भी हो सकते हैं।