Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट
Faridabad News, 29 फरवरी: श्रम कानूनों की जानकारी और उनकी पालना औद्योगिक संस्थान में न केवल उत्पादकता को बढ़ावा देती है। साथ ही संस्थान में ऐसा माहौल बनाती है जिससे सौहार्द संबंध बढ़ते हैं और मैन्यूफैक्चरिंग प्रक्रिया और सर्विस सैक्टर में समृद्धता आती है। टैप डीसी के चेयरमैन व डीएलएफ इंडस्ट्री एसोसिएशन के प्रधान जेपी मल्होत्रा ने यह उद्गार व्यक्त करते कहा कि एमएसएमई सैक्टर श्रम संबंधी कानूनों की पालना के लिए प्रतिबद्ध है और सरकार व प्रशासन से भी यह उम्मीद रखी जाती है कि वह ऐसे श्रम कानून बनाए जिनका पालन आसान हो सके।
टैप डीसी द्वारा आयोजित ट्रेनिंग वर्कशाप लेबर लॉ-वट शुड वी नो का आरंभ करते हुए श्री मल्होत्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों से ईज ऑफ डुईंग बिजनेस में काफी सफलता मिली है। ऐसे में श्रम कानूनों में उदारीकृत व्यवस्था जरूरी है। उन्होंने कहा कि औद्योगिक संस्थानों की वैलफेयर व मैनेजिंग कमेटियों को श्रम कानूनों के संबंध में जानकारी देने व इनके क्रियान्वयन हेतु अपना साकारात्मक योगदान देना चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया के वरिष्ठ अधिवक्ता एसके गुप्ता ने वर्कशाप में श्रम कानूनों से जुड़े विभिन्न तथ्यों जिनमें वेजिज एक्ट, कोड ऑन वेजिज, मिनीमम वेजिज एक्ट 1948, पेमैंट ऑफ वेजिज एक्ट 1936, पेमैंट ऑफ बोनस एक्ट 1965, इक्युवअल रेमुनरेशन एक्ट 1976 के संबंध में जानकारी दी। श्री गुप्ता ने परिवेंशन ऑफ सेक्सुअलहृासमैंट एक्ट, ईएसआईसी, पीएफ, हायर पैंशन, ईपीएस स्कीम के संबंध में भी जानकारी दी।
टैप डीसी की सीइओ सुश्री चारू स्मिता मल्होत्रा ने प्रतिभागियों को एचआर स्किल और टैक्रोलॉजी के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने संस्थान में सभी के साथ सौहार्द संबंध बनाने और सफल वातावरण तैयार करने के लिए कई टिप्स भी दिए। सुश्री मल्होत्रा ने कहा कि कानून की जानकारी न होना कोई बहाना नहीं है, ऐसे में हमें कानूनों की जानकारी होनी चाहिए और एकजुट होकर काम करना चाहिए। सुश्री मल्होत्रा ने कहा कि पालना के लिए कोई शार्टकट नहीं है और जागरूकता समय की मांग है।
इस मौके पर जेपी मल्होत्रा ने कहा कि वर्तमान केंद्र व राज्य सरकार विकास को बढ़ावा देने की समर्थक है और नए भारत के निर्माण में सभी का योगदान आवश्यक है इसलिए परस्पर एकजुट होकर विधि सम्मत कार्य पर ध्यान दिया जाना चाहिए।
ट्रेनिंग प्रोग्राम में प्रैक्टिटैकटर्निंग, इम्पीरियल आटो, फयूनिस कान्टैक्ट, प्रणव विकास, कलेर इंडिया, प्रैस्टो स्टैनस्ट, सिक्योरिको इलैक्ट्रोनिक, आध्य डिजाईन्स, केके टैक्सटाईल, भारतीय वाल्व, सांई सिक्यारिटी, अनुपम टैक्सप्रिंट सहित कई उद्योगों के प्रतिभागियों ने भाग लिया।