मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 30 अप्रैल: शिक्षा निदेशक पंचकूला के 13 मई के पत्र में दिए गए निर्देश पर फरीदाबाद के सभी प्राइवेट स्कूलों से ट्यूशन फीस में वृद्धि न करने व अन्य किसी फंंडों में पैसा ना लेने का शपथ पत्र मांगा गया था। पांच दिन में 500 प्राइवेट स्कूलों में से सिर्फ 20 ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में शपथ पत्र जमा कराया है जिनमें 10 स्कूल सीबीएसई के व 10 हरियाणा बोर्ड के शामिल हैं। किसी भी नामी-गिरामी स्कूल के प्रबंधक ने शपथ पत्र जमा नहीं कराया है। इसके अलावा 17 स्कूलों की आई 38 शिकायतों पर जिला शिक्षा अधिकारी ने जो नोटिस स्कूलों को भेजे थे उनका भी जवाब स्कूल प्रबंधकों ने नहीं दिया है।
हरियाणा अभिभावक एकता मंच का कहना है कि स्कूल प्रबंधक जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को कुछ नहीं समझते हैं। यह बात चेयरमैन फीस एंड फंड रेगुलेटरी कमेटी के चेयरमैन को भी पता है लेकिन उच्च अधिकार प्राप्त कमेटी के द्वारा भी दोषी स्कूलों के खिलाफ कोई भी ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। इसका सबसे बड़ा प्रमाण यह है कि अभिभावकों ने अप्रैल के शुरू में ही स्कूलों की मनमानी की शिकायत दर्ज करा दी थी। आज 1 महीने से ज्यादा हो गया है उन पर कार्रवाई न होने से स्कूल वालों के हौसले बुलंद हैं और वे डरा-धमकाकर अभिभावकों से अप्रैल-मई की बढ़ी हुई फीस वसूल रहे हैं। और जो फीस नहीं दे रहे हैं उनके बच्चों की ऑनलाइन क्लास बंद कर दी गई है।
मंच ने स्कूलों की मनमानी की प्राप्त शिकायतों को मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री व शिक्षा सचिव महावीर सिंह को भेजकर दोषी स्कूलों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है।