मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 20 मई: होनहार बिरवान के होते चिकने-चिकने पात। एक लेखक की लिखी इन पंक्तियां को एक बार फिर सच कर दिखाया है मोनल कुकरेजा और नीरल कुकरेजा नामक उन दोनों सगी बहनों ने जोकि एनआईटी फरीदाबाद के एनएच-3 में रहती हैं और डीसी मॉडल स्कूल सेक्टर-9 में पढ़ती हैं।
किक बॉक्सिंग की अंतरराष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी इन दोनों बहनों में से एक मोनल कुकरेजा लगातार 4 बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और 5 बार लगातार राष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड मेडल जीत चुकी है जबकि दूसरी नीरल कुकरेजा अंतराष्ट्रीय सिल्वर मेडलिस्ट है।
यही कारण रहा कि जब मोनल कुकरेजा ने रूस में हुई विश्व कप डायमंड किक बॉक्सिंग प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीतकर भारत के साथ-साथ अपने प्रदेश हरियाणा और फरीदाबाद का नाम रोशन किया तो हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर और मानवाधिकार आयोग के मेंबर एवं शूटिंग कोच दीप भाटिया एडवोकेट भी उनकी प्रतिभा का लोहा मानकर उनको अपनी शुभकामनाएं दी थी।
और अब हाल ही में स्टे होम स्टे सेफ की अवधारणा का सम्मान करते हुए लॉकडाउन के दौरान खिलाडिय़ों को खेल से जोड़े रखने के लिए वाको इंडिया किक बॉक्सिंग संघ के अध्यक्ष संतोष कुमार अग्रवाल ने किक बॉक्सिंग का राष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन पर ई-टूर्नामेंट करवाया जोकि 16 मई को समाप्त हुआ था। इस टूर्नामेंट में केवल म्यूजिकल फॉम्र्स इवेंट्स को ही शामिल किया गया। इस टूर्नामेंट में भी अंतरराष्ट्रीय किक बॉक्सिंग खिलाड़ी दन दोनों दो बहनों मोनल कुकरेजा व नीरल कुकरेजा ने सॉफ्ट स्टाइल म्यूजिकल इवेंट में भाग लेकर गोल्ड मेडल जीतकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया।
इन दोनों बहनों को यहां तक पहुंचाने में इनकी माता निशा कुकरेजा और पिताजी ने भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
कोरोना के इस लॉक डाउन के दौर में इन दोनों अंतराष्ट्रीय खिलाड़ी बहनों ने सभी खिलाडिय़ों से अपील की है कि वे घर पर ही रहकर अपनी प्रैक्टिस करते हुए सेफ भी रहें।