मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट।
फ़रीदाबाद, 8 अक्टूबर: हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मध्यप्रदेश उप-चुनाव के लिए अपनी ओर से पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिया है। यह जिम्मेदारी राकेश तंवर पृथला को दी गई है। चूँकि राकेश तंवर की छवि एक बेबाक कांग्रेस नेता की है, जो न केवल हरियाणा बल्कि केंद्र की भाजपा सरकार को भी आड़े हाथों लेते हैं, इसलिए पर्यवेक्षक के रूप में उनका नाम चुना जाना ज़ाहिर करता है कि हरियाणा कांग्रेस में नई उर्जा भरने का कार्य तेजी से चल रहा है।
देश और प्रदेश में उठने वाले हर मुद्दे पर अपनी तेजतर्रार राय रखने वाले राकेश तंवर की यही जुझारू छवि को हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष सैलजा कुमारी आजमाना चाहती है।
जमीन पर काम करने के साथ साथ सोशल मीडिया पर सरकार के खिलाफ सच्चाई के साथ आग उगलते राकेश तंवर के विडियो अक्सर वायरल होते हैं और देश के हर हिस्से में उनको सुना जाता है।
जैसा की बीते मार्च में मध्यप्रदेश कांग्रेस का एक बड़ा गुट पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में शामिल हो गया था, और एक हाई वोल्टेज ड्रामे के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ को इस्तीफा देना पड़ा था। इस समय मध्यप्रदेश कांग्रेस को आक्रामकता की जरूरत है, इसलिए कुमारी सैलजा राकेश तंवर पर दाव लगाती दिख रही है।
राकेश तंवर पलवल जिले की पृथला विधानसभा से आते है और न सिर्फ राष्ट्रीय बल्कि क्षेत्रीय मुद्दों को उठाने के लिए भी जाने जाते हैं। केंद्र में बैठी मोदी सरकार पर बहुत ही तीखे शब्दों से हमला करते हैं और दूसरी तरफ क्षेत्रीय मुद्दों के लिए धरना प्रदर्शन भी करते अक्सर नजर आते हैं। पृथला में बनने वाले टोल प्लाजा हो या दुधौला चौक में बनने वाला ब्रिज, हर मुद्दे पर कठोरता से सरकारों को चेतावनी देते रहे और अंत में पृथला में भी अंडर पास मंजूर करवाने में बड़ी भूमिका निभाई।
अब देखना यह है कि मध्यप्रदेश कांग्रेस के लिए राकेश तंवर चुनावी क्षेत्रों में किस भूमिका का निर्वहन करते हैं और हरियाणा कांग्रेस की किस योजना को मध्यप्रदेश के वोटर पर आजमाते हैं।