यूनिपोल व जेंट्री पर विज्ञापन के बकाया भुगतान न करने पर ठेकेदार एजेंसियों को नोटिस जारी: डॉ. गरिमा मित्तल
मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की स्पेशल रिपोर्ट
फरीदाबाद, 10 जुलाई: नगर निगम फरीदाबाद @ MCF क्षेत्र में होर्डिंग लगाने के नाम पर करोड़ों के वारे-न्यारे किए जा रहे हैं। वो बात अलग है कि ये रकम निगम के खाते में जाने की बजाए निगम के चंद संबंधित अधिकारियों और होर्र्डिंग लगानी वाली उन ऐड एजेंसियों की तिजारियों में जा रही हैं जिनको निगम ने एडवरटाईजिंग साईट्स पर ऐड लगाने का ठेका तो दे रखा है, लेकिन उनसे टेंडर की रकम ले नहीं पा रही हैं। ये ऐड एजेंसियां एडवरटाईज करवाने वाली फर्मों से रकम तो वसूल लेती हैं, लेकिन निगम के खाते में कोई पैसा जमा नहीं कराती। और ये सब हो रहा है चंद राजनेताओं की शह पर जिनको इनका वरदहस्त प्राप्त है।
हालांकि इस मामले को RTI एक्टिविस्ट वरूण श्योकंद प्रैस कांफ्रेंस करके व सरकार को शिकायत करके और निगम पार्षद जयवीर खटाना सदन की बैठक में उठा चुके हैं, लेकिन फिलहाल दोनों ही इस मामले में ना जाने क्यों शांत/चुपचाप बैठे हैं।
बता दें कि नगर निगम फरीदाबाद क्षेत्र में होर्डिंग लगाने वाली कंपनियों ने नगर निगम को करोड़ों रूपयों का भुगतान करना है, लेकिन निगम है कि इन एजेंसियों को सिवाय नोटिस देने के इनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं कर पा रहा है। वहीं ये तीनों एजेंसियां निगम क्षेत्र में विज्ञापनदाताओं के होर्डिग लेकर मोटी रकम वसूलने में लगी हुई हैं। इनको निगम अधिकारियों का कतई डर नहीं हैं। हो भी क्यों, जब इन ऐड एजेंसियों से संबंधित अधिकारियों की इस रकम से कथित तौर पर बंदरबांट होती हो? यदि ऐसा नहीं होता तो इतने सालों से निगम क्षेत्र के यूनीपोलों व जेंट्री पर जो विज्ञापन लग रहे हैं, उनकी रकम इन ऐड एजेंसियों के पास जाने की बजाए निगम के खाते में आती।
बता दें कि नगर निगम ने NIT फरीदाबाद जोन में स्क्वायर आउटडोर सर्विस को 92 साईट्स पर, ओल्ड फरीदाबाद जोन में श्री श्याम एंटरप्राइज को 110 साईट्स पर और ग्लोबल एडवरटाइजिंग इंडिया को बल्लभगढ़ जोन में 13 साईट्स पर यूनिपोल और जेंट्री पर एडवरटाईजिंग करने का ठेका दिया हुआ है। लेकिन यदि हम बात करें ग्राऊंड लेवल पर जाकर तो देखने पर पता चलेगा कि उक्त फर्मो ने चंद संबंधित निगम अधिकारियों से सैटिंग कर उपरोक्त से कहीं ज्यादा एडवरटाईजिंग साईट्स के यूनिपोल और जेंट्री पर ऐड की हुई हैं। लेकिन निगम मेंं पैसा किसी का जमा नहीं कराया। इसके अलावा जो खंभों/पोल्स पर बोर्ड लगते हैं, जिनका टेंडर भी नहीं हैं, उन पर बोर्ड लगाने के नाम पर मोटी रकम दो नंबर में वसूली जाती है। (इसका खुलासा हम अगली बार में करेंगे। )
वैसे हाल-फिलहाल नगर निगम आयुक्त डॉ. गरिमा मित्तल ने नगर निगम द्वारा शहर के फरीदाबाद ओल्ड, एनआईटी व बल्लभगढ़ जोन में जिन तीन अलग-अलग फर्मों को यूनीपोल व जेंट्री पर विज्ञापन के लिए ठेका आवंटित किया गया था, उनको नोटिस जारी करवाए हैं। कारण, इन फर्मों द्वारा समय पर नगर निगम का भुगतान जमा नहीं करवाया है। इसके लिए इन्हें बार-बार नोटिस जारी किए गए लेकिन इसके बावजूद भुगतान के लिए गंभीरता नहीं दिखाई। उन्होंने बताया कि अब इन तीनों फर्म को फाइनल नोटिस जारी किया गया है और अगर 30 दिन के अंदर यह बकाया भुगतान जमा नहीं करवाते हैं तो इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
नगर निगम आयुक्त डॉ. गरिमा मित्तल ने बताया कि स्क्वायर आउटडोर सर्विस को एनआईटी फरीदाबाद जोन में, श्री श्याम एंटरप्राइज को ओल्ड फरीदाबाद जोन में और ग्लोबल एडवरटाइजिंग इंडिया को बल्लभगढ़ जोन में यूनिपोल और जेंट्री का विकास, विपणन और रख-रखाव द्वारा आवंटित किया गया था। बार-बार आदेश देने के बावजूद भी तीनों फर्मों द्वारा भुगतान में देरी की जा रही है जोकि समझौते की शर्तों का उल्लंघनहै। ऐसे में अब तीनों फर्मों को नोटिस जारी कर 30 दिन के अंदर बकाया का भुगतान करने के आदेश जारी किए है।
कितनी रकम बकाया है?:-
बकौल निगमायुक्त निगम ने जो अब इन फर्मों को अंतिम नोटिस जारी किए हैं, उनके मुताबिक निगम को उपरोक्त तीनों कंपनियों में से एनआईटी फरीदाबाद जोन के लिए स्क्वायर आउटडोर सर्विस से 3 करोड़, 97 लाख, 01 हजार, 366 रूपये, ओल्ड फरीदाबाद जोन के लिए श्री श्याम एंटरप्राइज से 3 करोड़, 46 लाख, 47 हजार, 430 रूपये तथा बल्लभगढ़ जोन के लिए ग्लोबल एडवरटाइजिंग इंडिया से 65 लाख, 15 हजार, 565 रूपये की रकम लेनी है।
नोट:- एडवरटाईजिंग साईट्स पर लगे यूनीपोल व जेंट्री पर विज्ञापन के लिए किस प्रकार से किया जाता है लाखों-करोड़ों का घालमेल, कौन-कौन से हॉस्पिटलों से ली जाती है अंडर दा टेबल पेमेंट? ये हम आपको बताएंगे अपनी अगली खबर में। -क्रमश:
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