मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट।
फरीदाबाद, 9 सितंबर: वर्तमान परिवेश में तकनीक में परिवर्तन तथा कार्य में डिजिटलाईजेशन के उपयोग ने रोजगार व उद्यम की परिभाषा को बदला है। यह परिवर्तन भविष्य में जारी रहने की उम्मीद है जिसे अपनाकर हमें नए स्किल की ओर कदम बढ़ाने होंगे। डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान व मैंटर चैप्टर भारतीय युवा शक्ति ट्रस्ट फरीदाबाद के चेयरमैन जे.पी. मल्होत्रा ने ये विचार व्यक्त करते हुए कहा कि परम्परागत रोजगार के साधन आने वाले समय में गैर-जरूरी सिद्ध हो सकते हैं क्योंकि उद्योगों में नई तकनीक तथा डिजीटलाईजेशन बढ़ रहा है। श्री मल्होत्रा ने कहा कि इसके लिए युवा वर्ग को तैयार रहना होगा ताकि सुदृढ़ता के साथ स्किल डेवलपमैंट की ओर कदम बढ़ाए जा सके।
श्री मल्होत्रा ने कहा कि उद्योग प्रबंधकों को नए आइडियाज की बजाए अपने उद्यमों की सुदृढ़ता तथा विकास पर ध्यान देना चाहिए।
भारतीय युवाशक्ति ट्रस्ट का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि ट्रस्ट में वरिष्ठ मैन्टर्स की टीम है जिनसे सलाह-मश्वरा कर युवा वर्ग स्वयं को जॉब प्रोवाइडर के रूप में स्थापित कर सकता है। उन्होंने बताया कि ट्रस्ट द्वारा ट्रेनिंग, केस स्टडी के रूप में एक सीरिज चलाई जाती है जिसका लाभ सभी वर्गों को मिल सकता है। उन्होंने बताया कि मैंटर्स की टीम युवा वर्ग की वित्त, मार्किटिंग, क्वालिटी, उत्पादन के संबंध में काफी सहायता करती है। श्री मल्होत्रा ने मोहन सिंह, एके गौड़, हरीश मित्तल द्वारा इस संबंध में दी जा रही सेवाओं का भी विशेष रूप से जिक्र किया है।
श्री सोमदत्त के अनुसार युवा उद्यमियों के पास ऐसे संसाधन नहीं होते जिनसे उन्हें तुरंत समस्याओं के समाधान की जानकारी मिल सके परंतु अनुभवी मैंटर इस संबंध में काफी प्रभावी भूमिका निभाते हैं।
जेपी मल्होत्रा ने विश्वास व्यक्त किया है कि बीवाईएसटी ने जॉब प्रोवाइडर उद्यम का जो प्रोजैक्ट तैयार किया है उसका लाभ सभी वर्गों को निश्चित रूप से मिलेगा।