पुलिस थाने के द्वार पर तैनात है पुरूष संतरी खोल रहा है सरकारी दावे की पोल
संतरी से लेकर इंस्पेक्टर तक सभी महिला कर्मी होने के किए थे दावे
नवीन गुप्ता/देशपाल सौरोत
पलवल: शहर में खोला गया जिले का महिला पुलिस थाना अपने उद्घाटन के दूसरे ही दिन से सरकार के महिला थाना होने के दावों की कलई खोलता नजर आया। पलवल की पुरानी तहसील भवन में खोले गए इस नए महिला पुलिस थाने के अंदर वाले मुख्य द्वार पर शनिवार को रक्षाबंधन के दिन दिन के समय पुरूष संतरी ही बैठा मिला जबकि सरकार द्वारा यह घोषित किया गया है कि महिला थाने में संतरी से लेकर इंस्पेक्टर तक सभी महिला कर्मी ही रहेंगे तथा यह पूरी तरह से महिला थाना होगा जहां पीडि़त महिलाएं बेखौफ अपनी फरियाद लेकर आ सकती हैं लेकिन पलवल के इस महिला पुलिस थाने में महिलाओं को सबसे पहले पुरूष सिपाही यानी संतरी से आज्ञा लेकर ही अंदर जाना होगा। यूं तो इस नए महिला पुलिस थाना की पहली इंचार्ज इंस्पेक्टर सुशीला को नियुक्त किया गया है। इसके अलावा थाने में दो एसआई, तीन एएसआई, छह हेड कांस्टेबल व 16 सिपाही नियुक्त किए बताए गए हैं लेकिन रक्षा बंधन के दिन थाने की शुरूआत में ही पुरूष सिपाही की तैनाती लोगों की समझ से परे है।
मालूम हो कि पलवल की पुरानी तहसील में खोले गए इस महिला पुलिस थाने का उद्घाटन शुक्रवार को हरियाणा सरकार में मुख्य संसदीय सचिव श्याम सिंह राणा ने विधिवत् उद्घाटन किया तथा तब उस समय महिला पुलिस कर्मचारियों ने ही उन्हें सलामी दी थी। पलवल जिले के तीन उपमंडलों पलवल, होडल व हथीन के किसी भी क्षेत्र में महिलाओं के साथ हुई किसी भी तरह की उत्पीडऩ की घटना की शिकायत इस विशेष थाने में की जा सकेगी। मसलन दहेज प्रताडऩा से लेकर छेड़छाड़, यौन उत्पीडन या अन्य प्रकार की घरेलू ङ्क्षहसा संबंधी मामलों की सुनवाई अब यहीं होंगी। वहीं, किसी शिकायत कर्ता को यह लगता है कि महिला पुलिस थाना उसकी पहुंच से दूर है यानी उसके आवासीय स्थल से दूर है, तो उसके पास यह विकल्प भी उपलब्ध रहेगा कि वो सामान्य थाने में भी अपनी शिकायत दर्ज करा सकती है।