MCF की सभी वार्ड कमेटी हर महीने के पहले रविवार को सुबह 11:00 बजे बैठक करेंगी: यशपाल
बैठक में पूरे महीने के दौरान किए गए कार्य का लिया जाएगा जायजा।
रविवार को नगर निगम फरीदाबाद के सभी 40 वार्डों में गठित की गई वार्ड कमेटियों की बैठक की गई
मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट।
फरीदाबाद, 7 नवंबर: नगर निगम कमिश्नर यशपाल यादव ने रविवार को नगर निगम फरीदाबाद के सभी 40 वार्डों में गठित की गई वार्ड कमेटियों की बैठक की। बता दें कि वार्ड कमेटी संबंधित पार्षद की अध्यक्षता में गठित की गई है जिसमें सरकार का एक वरिष्ठ अधिकारी, CSR पार्टनर, स्वयंसेवक, सदस्य एवं NGO शामिल है। संबंधित कनिष्ठ अभियंता/JE इसके सचिव हैं। इन कमेटियों को अपने वार्ड में नगर निगम से संबंधित सभी कर्मचारियों एवं सभी कार्यों को पर्यवेक्षण का अधिकार है। इन कमेटियों के माध्यम से नगर निगम अपने कार्य का विकेंद्रीकरण करना सुनिश्चित करेगा ताकि लोगों को अपने नजदीक ही सभी सुविधाएं मिल सके और इसमें लोगों की भागीदारी भी सुनिश्चित हो सके। इसी क्रम में यह निर्धारित किया गया था कि यह सभी वार्ड कमेटियों हर महीने के पहले रविवार को सुबह 11:00 बजे बैठक करेंगी और पूरे महीने के दौरान किए गए कार्य का जायजा लिया जाएगा। वार्ड कमेटी के सभी सदस्यों को एक निश्चित कार्य दिया जाएगा ताकि वह उस कार्य के संबंध में और अधिक लोगों को जोड़ सकें और नगर निगम के साथ मिलकर बेहतर ढंग से उसे कर सकें।
निगमायुक्त यशपाल ने बताया कि इनमें सबसे महत्वपूर्ण कार्य बेहतर कचरा प्रबंधन है तथा इसके लिए नगर निगम के द्वारा 110 नए वाहन खरीदे गए हैं जो कि 10 नवंबर के बाद कचरा एकत्रित करने के कार्य में लगा दिए जाएंगे जिससे नगर निगम हर रोज प्रत्येक घर से कचरा एकत्रित कर पाएगा। ऐसा करने से लोगों के घरों से कचरा उठेगा और सीधा बाहर चला जाएगा तथा 31 मार्च, 2022 तक शहर कचरामुक्त हो जाएगा। पुराने कचरे को भी 31 जनवरी, 2022 तक उठाकर बाहर कर दिया जाएगा। ऐसा करने से शहर के नालों एवं सीवर आदि के अंदर डाले जाने वाले कचरे में भी कमी आएगी और इन्हें बेहतर ढंग से रखा जा सकेगा। अगर नालों और सीवर में कचरा नहीं डाला जाएगा तो जलभराव और सीवर के बाहर फैलने पर रोक लगेगी। इससे शहर की सड़कों को टूटने से बचाया जा सकेगा और लोगों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगे।
नगर निगम आयुक्त ने बताया कि आज की बैठक में हर घर से गीला एवं सूखा कूड़ा अलग करके उसे एकत्रित करने के प्रबंधों के बारे में जायजा लिया गया। इस बारे में प्रत्येक वार्ड में जरूरत के हिसाब से वाहनों की कमी को पूरा किया जाएगा ताकि हर घर से कूड़ा उठाया जा सके। इस बारे में वार्ड कमेटियां सभी लोगों के अंदर एक जागरूकता अभियान चलाएंगे ताकि लोग पूरे को अलग-अलग करके सिर्फ नगर निगम के अधिकृत वाहन को ही दें। इसके अतिरिक्त लोगों को इसके बदले में यूजर चार्जेस अधिकृत व्यक्ति को देने बारे भी जागरूक किया जाएगा ताकि कचरा प्रबंधन को अधिक बेहतर ढंग से किया जा सके। सभी दुकानदारों एवं रेहड़ी वालों को भी जागरूक किया जाएगा कि वह कूड़े को सड़क एवं खाली जगह पर ना फेंके बल्कि अधिकृत वाहन को दें ताकि सभी जगह को साफ रखा जा सके।
प्राय: यह देखने में आया है कि रेहड़ी वाले या दुकानदार अपने कचरे को बरसाती नालों या सीवर में डाल देते हैं, ऐसा करना कानूनन जुर्म है और उन लोगों के चालान किए जाएंगे। वार्ड कमेटियों को अपने क्षेत्र में सीवर, पानी, बरसाती नालों एवं रोड आदि के देखरेख का जिम्मा भी सौंपा गया है। इस बारे में वह अपनी रिपोर्ट नगर निगम को देंगे तथा उसके ऊपर तेजी से कार्यवाही की जाएगी।
इसी तरह से गोबर को भी घर घर से एकत्रित किया जाएगा और उसका सही ढंग से निस्तारण किया जाएगा क्योंकि अभी काफी मात्रा में लोग इसे सीवर में डाल देते हैं और जिस से सीवर जाम की समस्याएं आती है।
उन्होंने बताया कि भवन निर्माण के दौरान पैदा होने वाले मलबे को भी सही ढंग से निस्तारण करने के लिए खोरी गांव के अंदर एक मलबा निस्तारण का प्लांट लगाया जा रहा है और उसके बाद हर घर से निर्माण एवं तोड़फोड़ के दौरान पैदा होने वाले मलबे को उठाकर वहां ले जाया जाएगा और उससे दोबारा से प्रयोग में लाया जाएगा।
वार्ड 32 की कमेटी की मीटिंग के दौरान निगमायुक्त के ध्यान मैं लाया गया कि सभी जगह पर लोग कचरा फेंकते हैं या मार्केट एवं सड़कों पर अतिक्रमण कर रहे हैं, अतः उनके चालान करने की जरूरत है । प्रत्येक वार्ड में 3 कर्मचारियों को सिर्फ चालान करने के कार्य पर लगाया गया है और किसी भी तरह की कानूनन अवहेलना होने पर चालान किया जाएगा और यह कार्य 15 नवंबर के बाद शुरू किया जाएगा।
नगर निगम के द्वारा अपनी जमीनों पर हो रहे कब्जों एवं सड़कों तथा अन्य सार्वजनिक स्थानों पर कब्जों को मुक्त करने का अभियान शुरू किया जा रहा है और ऐसा करने वालों से इस अभियान का खर्चा भी वसूला जाएगा।
बैठक के बाद सेक्टर-15 पार्क में लगे हुए सीवर ट्रीटमेंट प्लांट का निरीक्षण किया गया। इसके अतिरिक्त अजरौंदा गांव के पास बने हुए खत्ते का निरीक्षण भी मनमोहन गर्ग के साथ में किया गया और यह निर्णय लिया गया कि इस खत्ते को 31 दिसंबर तक खत्म कर दिया जाएगा। शहर के अंदर सभी तरह के खत्तों को 31 मार्च, 2022 तक खत्म कर दिया जाएगा क्योंकि कूड़े को घरों से एकत्रित करने के बाद सीधा बाहर लेकर जाया जाएगा और इसे किसी भी जगह एकत्रित नहीं होने दिया जाएगा। इसके साथ ही इस कूड़े को वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण करने के कार्य को भी तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है और 50 टन के प्लांट को फरवरी के महीने तक शुरू कर दिया जाएगा। इसके अलावा इस तरह के अन्य प्लांट लगाकर ठोस कचरे का प्रबंधन सुनिश्चित किया जाएगा।
previous post