अध्यापक अपनी शिक्षा देने में पूरी ईमानदारी बरते: दीपक यादव
नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 5 सितंबर: मैया यशोदा ये तेरा कन्हैया गीत के बोल ने विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल का प्रांगण को पूरी तरह से मंत्रमुग्ध कर दिया। मौका था स्कूल में जन्माष्टमी पर्व एवं टीचर्स डे समारोह का। समारोह में बच्चों द्वारा विभिन्न तरह की जन्माष्टमी पर्व की झाकियां निकाली एवं कान्हा के अठखेलियों का मंचन भी किया। इस टीचर्स डे के अवसर पर पर स्कूली छात्र-छात्राओं ने सुलेख प्रतियोगिता में हिस्सा लिया एवं अपने अपने शब्दों में अध्यापकों को ढाला।
इस मौके पर स्कूल के डॉयरेक्टर दीपक यादव ने कहा पर्व हमारी संस्कृति एवं सभ्यता का प्रतीक है और इनको पूरी सभ्यता व परंपरा से मनाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस तरह से हम अपने माता पिता का आदर व सम्मान करते हैं उसी तरह प्रत्येक छात्र का कर्तव्य बनता है कि वह अपने अध्यापक का भी पूरा सम्मान करे। क्योंकि हमारी जिंदगी में दूसरा स्थान अध्यापक का ही होता है। माता पिता हमें पाल-पोस कर बड़ा करते है और अध्यापक हमें एक सांचे में ढालता है जिससे हम एक अच्छा इंसान बन सकते है। उन्होंने अध्यापकों व छात्रों में आपसी तालमेल को बढ़ावा देते हुए कहा कि अध्यापक भी अपनी शिक्षा में पूरी ईमानदारी बरते और छात्र भी शिक्षा ग्रहण करने में ईमानदारी दिखाये ताकि वह जिस शिक्षा को ग्रहण कर रहा है वह शिक्षा उसके लिए एक मील का पत्थर साबित हो।
श्री यादव ने कहा कि स्कूल का मुख्य ध्येय हमारे स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने वाला प्रत्येक बच्चा शिक्षा से पूरी तरह से स पूर्ण होकर निकले उसमें किसी तरह की कोई की ना हो। साथ ही उन्होंने कहा कि स्कूल समय समय पर शिक्षा के साथ खेलकूद सहित अन्य एक्टीविटीजों में भी बच्चों को संलग्न करते है ताकि बच्चे शिक्षा के साथ साथ अन्य कार्यों में भी परिपूर्ण हो सके और इसका श्रेय वह अपने अनुभवी स्टाफ को भी देते है जिनके प्रशिक्षण से स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने वाला प्रत्येक बच्चा एक सफल छात्र बनकर स्कूल से विदा लेगा। समारोह में बच्चों ने जन्माष्टमी पर्व पर विभिन्न तरह के कान्हा को लेकर गीतों को भी प्रस्तुत किया एवं कान्हा की डे्रस में नन्हे मुन्ने बच्चो ने समारोह का समां बांधा। अंत में डॉयरेक्टर दीपक यादव ने आये हुए सभी अतिथियों सहित अभिभावकों का भी आभार जताया।