बकायादारों से वसूली रिपोर्ट पर निगमायुक्त ने अधिकारियों के प्रति दिखाई नाराजगी।
मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट।
फरीदाबादए 18 नवम्बर: नगर निगम आयुक्त यशपाल यादव ने निगम के विभिन्न स्त्रोतों से हो रही आय पर विचार-विमर्श के लिये आज संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में अतिरिक्त आयुक्त, सभी संयुक्त आयुक्त, मुख्य योजनाकार, वरिष्ठ आर्किटेक्ट तथा क्षेत्रीय एवं कराधान अधिकारी उपस्थित थे।
सर्वप्रथम बैठक में पीपीटी द्वारा विभिन्न स्त्रोतों से होने वाली आय की वार्षिक मांग और अब तक की हुई वसूली के बारे में विवरण दर्शाये गये। इन विवरणों का अध्ययन करने के बाद निगमायुक्त ने प्रत्येक क्षेत्र एवं कराधान अधिकारी द्वारा उनके क्षेत्र में की गई वसूली के बारे में गंभीरता से विचार कर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उनके द्वारा की गई वसूली बिल्कुल भी संतोषजनक नहीं है और उनकों अपने काम में सुधारने के सख्त आदेश दिये।
निगमायुक्त ने स्पष्ट किया कि प्रत्येक बकायादार को अपने-अपने बकायाजात चाहे वह संपत्तिकर हो या पानी, सीवर तथा विकास शुल्क आदि हो उन सब को तुरन्त नोटिस जारी किये जायें और अदायगी न करने वालों के विरूद्व नियमानुसार सख्त कार्यवाही की जाये। यहीं नहीं, इस पर होने वाले खर्चे को भी बकायादारों से वसूल किया जाये। यह स्पष्ट करते हुए आयुक्त ने सभी अधिकारियों को सचेत किया कि 31 मार्च, 2022 तक तमाम बकायाजात की संबंधित अधिकारी द्वारा वसूली सुनिश्चित करनी है। बैठक में आयुक्त ने स्पष्ट किया कि कोई भी कर्मचारी अगर काम नहीं करता तो उनके विरूद्व आवश्यक कार्यवाही की जाये और आवश्यकतानुसार उनको अनिवार्य सेवानिवृति के बारे भी सोचा जाये।
बैठक में लंबित विभागीय जाचों का तुरन्त निबटारा करने, फरीदाबाद 311 ऐप पर प्रतिदिन की हाजरी सुनिश्चित करने, छूटी हुई ईकाइयों को व्यापार लाईसेंस जारी करने आदि के बारे भी आदेश दिये।
आयुक्त ने पट्टे/किराये पर दी गई दुकानों के बकायाजात की वसूली के बारे भी सभी संबंधित अधिकारियों को आदेश दिये कि यदि वे अपने-अपने बकायाजात सरकार की नीति के अनुसार नहीं जमा कराते तो उनके पट्टे आदि रद्द किये जायें और ऐसी सभी इकाईयों को नगर निगम अपने कब्जे में लेकर नीलाम करें।