मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट।
New Delhi, 15 May: स्कूली छात्राओं का शारीरिक शोषण करने के आरोप में पुलिस ने एक पूर्व पार्षद एवं टीचर के खिलाफ पॉस्को एक्ट में FIR दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया है। आरोपी टीचर जोकि CPM/माकपा से पार्षद भी रह चुका है, पिछले करीब 30 सालों से स्कूली छात्राओं का यौन शोषण कर रहा था। टीचर की इस दरिंदगी ने पूरे शिक्षक जगत को शर्मसार कर दिया है।
बता दें कि केरल के मलप्पुरम से आई ऐसी घटना, जिसने सबको सोचने पर मजबूर कर दिया है। घटना सुन हर किसी के रोंगटे खड़े हो जा रहे हैं। शिक्षक की दरिंदगी सुन हर कोई दंग रह गए हैं। शिक्षक के ऐसे कारनामे सुन लोगों के रुह कांप गए हैं। इस पूर्व शिक्षक पर आरोप है कि वह 30 साल से कई छात्रों के साथ छेड़छाड़ और यौन शोषण कर रहा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जांच शुरू कर दी है। अब तक करीब 75 पीड़िताएं इस मामले में सामने आईं हैं।
शशि कुमार पूर्व शिक्षक और सीपीआईएम पार्षद है।
इस घटना का खुलासा तब हुआ जब आरोपी शिक्षक शशि कुमार ने अपनी रिटायरमेंट को लेकर फेसबुक पर एक पोस्ट डाली। इसके बाद एक छात्रा ने पोस्ट के नीचे टिप्पणी की, धीरे-धीरे और छात्राओं ने टिप्पणी की। मामला बढ़ता देख सीपीआईएम ने उसे सस्पेंड कर दिया है
स्कूल प्रबंधन पर आरोप:
इस घटना को लेकर छात्राओं ने स्कूल प्रबंधन पर भी आरोप लगाया है। छात्राओं ने बताया कि उन्होंने 2019 में भी इस मामले को उठाया था। लेकिन स्कूल प्रबंधन की ओर से इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
बता दें कि आरोपी शिक्षक शशि कुमार स्कूल के अपर प्राइमरी सेक्शन में पढ़ाता था, इन 30 सालों में उसने ज्यादातर 9 से 12 साल की बालिकाओं/छात्राओं का शारीरिक शोषण किया।
एक छात्रा ने तो बताया कि वह 1998 में थी तो उस समय उक्त आरोपी शिक्षक शशि कुमार ने हर क्लास की 5-6 लड़कियों से क्रूरता की। स्कूल प्रबंधन से शिकायत करने के बावजूद भी उसका कुछ नहीं बिगड़ा।
प्रदेश के शिक्षा मंत्री ने उसके खिलाफ जांच के आदेश दे दिए हैं जिस पर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।