जस्प्रीत कौर
फरीदाबाद, 15 सितंबर: हरियाणा अभिभावक एकता मंच ने निजी स्कूल प्रबंधकों पर आरोप लगाया है कि उन्होंने हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (हुडा) से रियायती दर पर 99 साल के पट्टे पर प्राप्त सरकारी जमीन व उस पर बनी स्कूल बिल्ंिडग को करोड़ों रुपए कमाकर दूसरे लोगों को बेच दिया है। मंच ने मुख्यमंत्री, मुख्य प्रशासक हुडा, चेयरमैन सीबीएसई को पत्र लिखकर इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है।
मंच के जिलाध्यक्ष शिवकुमार जोशी एडवोकेट व सचिव डॉ. मनोज शर्मा ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में जानकारी दी है कि हुडा विभाग ने उदय भारती पब्लिक स्कूल सेक्टर-14 को 99 साल के पट्टे पर बहुत ही रियायती दर पर सस्ती शिक्षा देने के नाम पर भूमि प्रदान की जिस पर मूलधारक ने छात्र व अभिभावकों से बिल्ंिडग फंड के रूप में पैसे लेकर स्कूल बिल्ंिडग बनाई। कुछ वर्ष स्कूल को चलाया उसके बाद इन स्कूलों की मूलधारक मैनेजमेंट ने अपने स्कूल को करोड़ों रुपए मुनाफा कमाकर दूसरों को बेच दिया। इसके बाद स्कूल खरीदने वाली मैनेजमेंट ने इन स्कूलों का नाम बदलकर मानव रचना रख दिया और अपनी नई मैनेजमेंट बना ली। मंच का कहना है कि हुडा नियमों के तहत मूलधारक शिक्षण सोसायटी अपने स्कूृल व उस पर बनी बिल्ंिडग को किसी भी हालत में दूसरे को बेच नहीं सकते। इसी प्रकार का नियम सीबीएसई में भी है। उसके बावजूद इन स्कूलों को बेच दिया गया। इसके अलावा शहर के दो-तीन स्कूलों को भी बेच दिया गया है। मंच अपने स्तर पर पता लगा रहा है कि शहर में इस प्रकार कितने स्कूलों को बेचा गया है। मंच ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि इस फर्जीवाड़े की उच्च स्तरीय जांच की जाए।
मंच ने मुख्यमंत्री को यह भी बताया है कि मंच की और से कई बार प्रशासक हुडा फरीदाबाद को इस संबंध में जानकारी दी जा चुकी है लेकिन उन्होंने इस पर कोई भी उचित कार्यवाही मूलधारक दोषी स्कूल प्रबंधकों के खिलाफ नहीं की है। मंच की ओर से सीबीएसई व हुडा विभाग में आरटीआई लगाकर इन स्कूलों की मूलधारक शिक्षण सोसायटी की मैनेजमेंट कमेटी के नाम व उसको दी गई भूमि आवंटन पत्र व खरीदने वाले स्कूल की बनाई गई दूसरी मैनेजमेंट कमेटी के नाम की छायाप्रति मांगी है। मंच द्वारा 20 सितम्बर को आयोजित किए जा रहे अभिभावक सम्मेलन में इस मुद्दे पर भी जोर-शोर से चर्चा की जाएगी।
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