Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट
Faridabad News, 28 जुलाई: केन्द्रीय भारी उद्योग एवं ऊर्जा राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि पिछले 8 साल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिजली मंत्री आरपी सिंह के नेतृत्व में देश में पावर के क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि भारत जब 100 स्वतंत्रता दिवस मनाएगा तब विश्व का सबसे पावरफुल देश होगा।
केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में नेशनल पावर ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट एनपीटीआई में बिजली महोत्सव में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमें अधिकारों के साथ-साथ कर्तव्य भी निभाना होगा तभी हमारा देश विश्व का सबसे संपन्न राष्ट्र बनेगा। उन्होंने कहा कि किसी भी देश की तरक्की में बिजली कनेक्टिविटी का अहम रोल होता है। बिजली विकास की धुरी है। बिजली सैक्टर के क्षेत्र में पिछले 8 वर्षों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में ऐतिहासिक निर्णय लिए गए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो कहते हैं उसे पूरा करते हैं। बिजली के क्षेत्र में जो हम ने वर्ष 2030 में 40 प्रतिशत कार्य को पूरा करना था वह काम पिछले नवंबर माह 2021 में पूरा करने का ऐतिहासिक काम किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में आज भरपूर मात्रा में बिजली मिल रही है। ग्रामीण क्षेत्र में साढ़े 22 घंटे और शहरी क्षेत्र में साढ़े 23 घंटे लोगों को बिजली मिल रही है। लोगों को 37 करोड़ एलईडी बांटने का एक ऐतिहासिक काम किया गया है। बिजली के सैक्टर में भारत सरकार ने ऐतिहासिक निर्णय लिए हैं।
इस मौके पर कृष्णपाल गुर्जर ने केंद्र सरकार और बिजली क्षेत्र की प्रमुख उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत में उत्पादन क्षमता 2014 में 2,48,554 मेगावाट से बढ़कर आज 4,00,000 मेगावाट हो गई है। यह हमारी मांग से 1,85,000 मेगावाट अधिक है। उन्होंने कहा कि भारत अब अपने पड़ोसी देशों को बिजली निर्यात कर रहा है। 1,63,000 सीकेएम पारेषण लाइनें जोड़ी गईं जो पूरे देश को एक आवृत्ति पर चलने वाले एक ग्रिड में जोड़ती हैं। लद्दाख से कन्याकुमारी तक और कच्छ से म्यांमार सीमा तक यह दुनिया में सबसे बड़े एकीकृत ग्रिड के रूप में उभरा है। इस ग्रिड का उपयोग करके देश के एक कोने से दूसरे कोने तक 1,12,000 मेगावाट बिजली पहुंचा सकते हैं। सीओपी 21 में वचन दिया था कि 2030 तक हमारी उत्पादन क्षमता का 40 प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से होगा। हमने तय समय से 9 साल पहले नवंबर 2021 तक यह लक्ष्य हासिल कर लिया है। अक्षय ऊर्जा स्रोतों से 1,63,000 मेगावाट बिजली पैदा करते हैं। दुनिया में अक्षय ऊर्जा क्षमता तेज गति से स्थापित कर रहे हैं। 2,01,722 करोड़ रूपये के कुल परिव्यय के साथ हमने पिछले पांच वर्षों में वितरण बुनियादी ढांचे को मजबूत किया है। 2,921 नए सब-स्टेशन बनाकर 3,926 सब-स्टेशनों का विस्तार 6,04,465 सीकेएम एलटी लाइनें स्थापित करना 2,68,838 11 स्थापित करना। केवी एचटी लाइनें 1,22,123 सीकेएम कृषि फीडरों का फीडर पृथक्करण और स्थापना 2015 में ग्रामीण क्षेत्रों में आपूर्ति का औसत घंटे 12.5 घंटे था जो अब बढ़कर औसतन 22.5 घंटे हो गया है। सरकार ने बिजली (उपभोक्ताओं के अधिकार) नियम, 2020 पेश किए हैं जिसके तहत नया कनेक्शन प्राप्त करने की अधिकतम समय सीमा अधिसूचित की गई है। रूफ टॉप सोलर को अपनाकर अब उपभोक्ता बन सकते हैं उपभोक्ता। समय पर बिलिंग सुनिश्चित की जाएगी। मीटर संबंधी शिकायतों को दूर करने के लिए समय सीमा अधिसूचित की गई है। राज्य नियामक प्राधिकरण अन्य सेवाओं के लिए समय सीमा अधिसूचित करेगा।
उपभोक्ता शिकायतों के समाधान के लिए डिस्कॉम 24ङ्ग 7 कॉल सेंटर स्थापित करेंगे। 2018 में 987 दिनों में 100 प्रतिशत गांव विद्युतीकरण 18,374 हासिल किया गया है। 18 महीनों में 100प्रतिशत घरेलू विद्युतीकरण 2.86 करोड़ हासिल किया। दुनिया के सबसे बड़े विद्युतीकरण अभियान के रूप में पहचाना गया। सौर पंपों को अपनाने के लिए शुरू की गई योजना जिसके तहत केंद्र सरकार 30 प्रतिशत सब्सिडी देगी और राज्य सरकार 30 प्रतिशत सब्सिडी देगी। साथ ही 30 फीसदी लोन की सुविधा मिलेगी।
बिजली महोत्सव पूरे देश में उज्जवल भारत उज्जवल भविष्य पावर /2047 की छत्रछाया में मनाया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक जनभागीदारी हो और बिजली क्षेत्र के विकास को बड़े पैमाने पर नागरिकों तक पहुंचाया जा सके।
इस मौके पर डॉक्टर तृप्ता ठाकुर, महानिदेशक एनपीटीआई फरीदाबाद, डॉ० मंजू, सुमन बाला, विपिन गुप्ता व अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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