नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 21 सितंबर: डेंगू के प्रकोप से निपटने के लिए हरियाणा सरकार स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से पूर्णत: सक्षम व गम्भीर होकर पूरी मुस्तैदी के साथ कार्य कर रही है और प्रत्येक चिन्हित मरीज का इलाज व लैब टैस्ट भली-भांति पूरे करवाए जा रहे हैं। यह विचार हरियाणा सरकार के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने आज यहां जिले के सबसे बड़े सामान्य अस्पताल बादशाह खान परिसर में अपने औचक दौरे के दौरान जिला के सम्बन्धित अधिकारियों, मरीजों व उनके परिजनों तथा प्रैस एवं मीडिया के प्रतिनिधियों से रूबरू होते हुए प्रकट किए। श्री विज ने यह दौरा विशेषकर डेंगू के इलाज की समीक्षा करने के उद्देश्य को लेकर किया। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार के इलाज में लापरवाही बरतने वाले डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। इस अवसर पर हरियाणा सरकार में मुख्य संसदीय सचिव एवं बडख़ल हलके की विधायक सीमा त्रिखा, विधायक विपुल गोयल, विधायक मूलचन्द शर्मा, उपायुक्त डॉ. अमित कुमार अग्रवाल तथा नगर निगमायुक्त अशोक शर्मा सहित स्वास्थ्य विभाग के कई चिकित्सक,सम्बन्धित अधिकारी एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
स्वास्थ्य मंत्री ने इस अस्पताल के आपातकालीन वार्ड, शौचालय, ओपीडी, डेंगू वार्ड, सामान्य वार्ड, अज्ञात मरीज वार्ड तथा प्रयोगशाला का दौरा करके आवश्यक निरीक्षण किया। श्री विज ने सामान्य वार्ड में गत् लगभग डेढ़ महीने से घायल अवस्था में दाखिल एक मरीज के पैर का ऑप्रेशन जानबूझ कर एक महीने के विलम्ब से करने की शिकायत पर तुरंत संज्ञान लेते हुए ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. आरएस गौड़ के खिलाफ सिविल सर्जन को सायं तक रिपोर्ट भेजने के लिए कहा। स्वास्थ्य मंत्री ने डॉ. विरेन्द्र यादव व विनय यादव का भी स्पष्टीकरण लेने के आदेश दिए। उन्होंने सिविल सर्जन व प्रधान चिकित्सा अधिकारी सहित सभी संबन्धित डाक्टरों को सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं में और अधिक आवश्यक सुधार करने बारे दिशा-निर्देश दिए। श्री विज ने कहा कि सरकार द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान की कड़ी में हमारे सभी सरकारी अस्पतालों, स्वास्थ्य केन्द्रों तथा डिस्पैंसरियों में पूर्णत: सफाई कायम रहनी चाहिए ताकि मरीजों को बिमारी से निजात पाने में और अधिक मदद मिल सके।
उन्होंने कहा कि मौजूदा डेंगू के प्रकोप का डटकर मुकाबला करने में सरकार की तरफ से भरसक प्रयास किए जा रहे हंै जिसे सभी सम्बन्धित डॉक्टर मिलकर सफलतापूर्वक सिरे चढ़ाएं। इस बिमारी की पहचान किए जा चुके और अस्पताल में दाखिल मरीजों के हर प्रकार के टैस्ट, इलाज व दवाई इत्यादि सेवाओं में किसी प्रकार की कसर बाकी न रहने दी जाए।
स्वास्थ्य मंत्री ने सिविल सर्जन डॉ. गुलशन अरोड़ा सहित अस्पताल के सभी डॉक्टरों व स्टाफकर्मियों से कहा कि वे अपनी निर्धारित यूनिफोर्म व नेम प्लेट सहित अस्पताल में ड्यूटी पर उपस्थित रहें ताकि कोई भी व्यक्ति उन्हें आसानी से पहचान सके।
श्री विज ने कहा कि प्रदेश के किसी भी अस्पताल अथवा स्वास्थ्य केन्द्र में डॉक्टरों, मैडीकल व नर्सिंग स्टाफ तथा दवाईयों इत्यादि की कमी नही रहने दी जाएगी। सिविल सर्जन डॉ. अरोड़ा ने स्वास्थ्य मंत्री को आश्वस्त किया कि जिले में प्रभावित लोगों को डेंगू से निजात दिलाने के साथ-साथ सभी प्रकार की आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं में कसर बाकी नही रहने दी जाएगी।
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