Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट।
SurajkKund News,16 फरवरी: 36 वें अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड शिल्प मेले की छोटी चौपाल पर बृज क्षेत्र की देवभूमि मथुरा वृंदावन से आए उमाशंकर देसला एंड पार्टी ने बृज होली की अनेकों लटाएं-छटाएं, फूल होली, लऋमार होली, होली नृत्य, होली रसिया के गीत बृज होरी के आए हुरयारे, नंद गांव के ग्वाला हैं बरसाने की छोरी, फागण में होली खेलन आए हैं नटवर नंद किशोर, ढप बाजौ रे छैल छबीले कौ ढप बाजौ रे, रसिया कू नार बनाओ री रसिया कू, आज बिरज में होली रे रसिया, रंग बरसे गुलाल बरसे, मेरे बांके बिहारी लाल खेले होरी में, मर गई होली में बहन मैं तो मर गई होरी में, मेरो खो गयो बाजू बंद रसिया होरी में, होली खेलन आयो श्याम आज याहै रंग में घोरो री इत्यादि गाकर पर्यटकों को बृज में खेली जाने वाली होली के मनमोहक दर्शन करवाए। इन गीतों के गायन व नृत्य से छोटी चौपाल का हर एक दर्शक मानो होली के रंग में रंग गया। कलाकारों द्वारा प्रस्तुत की गई राधा कृष्ण की लऋमार होली व फूल होली की शानदान प्रस्तुति को देखकर छोटी चौपाल में बैठे सभी पर्यटक भाव विभोर हो गए।
Group लीडर उमाशंकर देसला ने बताया कि उनके साथ बृज पार्टी में लगभग 12 कलाकार है, जिनमें हारमोनियम व गायन कलाकार नरेश स्वामी, ढोलक पर विजय कटीला, नगाड़ा पर शाहरूख, श्री कृष्ण की भूमिका में सोनू शर्मा, राधा की भूमिका में किरण, सखी के रूप में आरती, संजना, गीता तथा ग्वाल के रूप में पहलाद, धर्मेंद्र, टिंकू दीक्षित शामिल हैं, जिनके आपसी तालमेल से बृज रसिया व होली की सभी प्रस्तुतियों में चार चांद लगते हैं।