मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 25 अप्रैल: हर गम को धुएं में उड़ाता चला गया, ये वो फरीदाबाद शहर है जो नशे की गर्त में समाता चला गया।
जी हां, हम बात करे रहे है उस औद्योगिक शहर फरीदाबाद की जहां नशे का कारोबार थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। औद्योगिक शहर के बाद अब एजुकेशन हब के नाम से अपनी पहचान बनाने वाले इस फरीदाबाद शहर की यूनिवर्सिटी और कालेजों में जहां छात्र-छात्राओं को विभिन्न प्रकार का नशा परोसकर उनको नशे का आदि बनाकर उनकी जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है, वहीं शहर में हुक्का बारों के माध्यम से भी युवा पीढ़ी को नशे के अंधकार में झोंकने का काम किया जा रहा है।
हालांकि होम मिनिस्टर अनिल विज और पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा ने नशे के खिलाफ अपनी-अपनी जंग छेड़ी हुई है, बावजूद इसके नशे का कारोबार शहर में धड़ल्ले से चल रहा है। नशा विरोधी इसी जंग को साकार करने में लगे डीसीपी एनआईटी नरेन्द्र कादियान ने आज इसी क्रम में थाना एनआईटी के अतंर्गत चल रहे एक कैफे नुमा हुक्का बार में रेड मारकर वहां से कई लडक़े-लड़कियों को अवैध रूप से हुक्का पीते पकड़ा है जोकि सरकार द्वारा बैन है। एनएच-5 में डीसीपी एनआईटी ऑफिस से मात्र चंद कदमों की दूरी पर ही होटल पंजाबी नेचर के बराबर में और ए टू जेड नामक मोबाईल सर्विस सैंटर के ऊपर डाऊन टाऊन नामक कैफे में ये हुक्का बार चल रहा था। अवैध रूप से चल रहा यह हुक्का बार किसी शुभम भाटिया का बताया जाता है जोकि इसी हुक्का बार के ही पीछे रहता है।
इस बारे में यह भी कह सकते हैं कि नीचे मोबाईल की दुकान, ऊपर नशे का बाजार और पीछे छोरे यानि शुभम भाटिया का मकान।
पुलिस ने डीसीपी नरेन्द्र कादियान की अगुवाई में यहां रेड मार कर काफी संख्या में फ्लेवरड हुक्का और इसमें यूज होना वाला सामान भी बरामद किया है जिसको पुलिस गाड़ी में रखकर थाने में ले जाया गया।
यहां सवाल यह भी उठता है कि डीसीपी एनआईटी ऑफिस से मात्र चंद कदमों की दूरी पर चल रहे इस हुक्का बार का पुलिस को अभी तक कैसे नहीं चल पाया जबकि शहर में आजकल सीआईडी और सीएम फ्लाईंग काफी ज्यादा सक्रिय है। इस मामले में कहीं ना कहीं एनआईटी थाना पुलिस पर भी उंगली उठती नजर आ रही हैं।
बता दें कि पैसो की लालच में नशे का ये कारोबार शिक्षण संस्थानों और अवैध हुक्का बार के अलावा शहर में चल रहे होटलों और बैंक्वेट हॉलों में चल रही लग्जरी पार्टियों में खुलेआम होता नजर आता हैं जोकि स्थानीय पुलिस की मिलीभगत के संभव नहीं है।
मैट्रो प्लस भी लोगों से खासकर युवा वर्ग से यही अपील करेगा कि वो इस नशे की लत में ना पडक़र अपने जीवन को सुरक्षित बनाएं।