सोनिया शर्मा
फरीदाबाद, 28 सितम्बर: हमारे पंजाबी मुख्यमंत्री को कोई पाकिस्तानी कहता है तो उसे चुल्लू भर पानी में डूब मरना चाहिए। यह विचार जाने माने समाजसेवी एवं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और विश्व हिन्दू परिषद के वरिष्ठ नेता किशनलाल भाटिया ने रविवार को फरीदाबाद के एक नंबर स्थित सिद्धपीठ हनुमान मंदिर में आयोजित फरीदाबाद की सामजिक संस्थाओं को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए।
मंच से ललकारते हुए उन्होंने कहा कि सिद्धपीठ हनुमान मंदिर संस्था पिछले 65 सालों से फरीदाबाद में दशहरा समारोह की अगुवाई कर रही है लेकिन फरीदाबाद के अधिकारियों ने राजनीतिक दबाव में इस बार मंदिर कमेटी को दशहरा समारोह में भाग लेने की अनुमति न देकर बहुत ही गलत कदम उठाया है जिसकी जितनी निंदा की जाए कम है ।
उन्होंने सिद्दपीठ हनुमान मंदिर के प्रधान राजेश भाटिया को आश्वासन देते हुए कहा कि आप लंका दहन, रावण दहन और भरत मिलाप की तैयारी करो, इसमें अगर कोई नेता या अधिकारी विघ्न डालता है वो जिले की सभी धार्मिक सांथाएं इस बार रावण का नहीं उस नेता और उस अधिकारी का पुतला दहन करेंगी।
मंच से ललकारते हुए नि-वर्तमान मेयर अशोक अरोड़ा ने कहा कि हमने न्यू टाउन को कैसे बसाया है ये हम जानते हैं हमारा दिल जानता है। हम पर राजनीति करने वाले, हमें नीचे दिखाने वालों की तमन्ना कभी नहीं पूरी होगी। इसके लिए हम हमारा पंजाबी समाज हर तरह की लड़ाई लडऩे के लिए तैयार है।
उपस्थित संस्थाओं को सम्बोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के नेता धर्मवीर भड़ाना ने कहा कि अधिकारी राजनैतिक दबाव में काम कर रहे हैं, जो गलत है। अगर अधिकारी ईमानदार हैं तो सबसे पहले कार्यवाही वहां करें जहां नाले पर कब्जा करके पार्क बना दिए गये हैं। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद प्रशासन राजनीतिक दबाव में एकतरफा फैसला करता है, जो निंदनीय है। भड़ाना ने भाटिया से वादा किया कि आपकी लड़ाई में मैं तन मन और धन से आपके साथ हूं।
बैठक को सम्बोधित करते हुए मंदिर के प्रधान राजेश भाटिया ने कहा कि मंदिर पर राजनीति इसलिए की जा रही है क्योंकि मैं पूर्व भाजपा विधायक चन्दर भाटिया का भाई हूं। राजेश भाटिया ने इस दौरान वहां उपस्थित पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए स्थानीय विधायिका सीमा त्रिखा का नाम लेते हुए कहा कि मंदिर पर वो राजनीतिक खेल खेल रही हैं और उन्होंने प्रशासन पर दबाव बनाकर मंदिर को इस बार दशहरा मनाने की अनुमति पर विराम लगवाया ।
बैठक को सम्बोधित करते हुए पूर्व मंत्री एसी चौधरी ने कहा कि मैं मंदिर कमेटी के साथ हूं और कमेटी को दशहरे से कोई वंचित रखता है तो समुदाय और संस्थाओं के लोग फरीदाबाद प्रशासन और स्थानीय विधायिका के खिलाफ सड़कों पर उतरने ले लिए तैयार हैं ।
बैठक को प्रताप सिंह भाटिया, लक्ष्मण शर्मा, मानक चंद भाटिया, पूर्व पार्षद राजेश भाटिया, शक्ति सेवा दल के प्रधान मोहन सिंह भाटिया, खुशरंग दशहरा क्लब के प्रधान इन्द्र चावला, आल इण्डिया बन्नू बिरादरी के गुलशन भाटिया, महारानी वैष्णो देवी मंदिर के प्रधान जगदीश भाटिया, राम मंदिर के गिरिराज दत्त गौड़, काली मंदिर के प्रधान राकेश कुमार, प्रकाश शर्मा आदि ने सम्बोधित किया ।
बैठक में मौजूद संस्थाओं के पदाधिकारियों ने सर्वसम्मति ने निर्णय लिया कि दशहरा सिद्धपीठ की अगुवाई में वहीं मनाया जाएगा, हर बार से अच्छा और ऐतिहासिक मनाया जायेगा। क्योंकि हमारा शहर स्मार्ट सिटी बनने जा रहा है, लंका दहन भी होगा और भरत मिलाप भी। किसी ने इनमे अड़चन पैदा की तो उसका भी पुतला जलाने के लिए हम तैयार हैं, सड़कों पर उतरने के लिए भी हम तैयार हैं। संस्थाओं के लोगों ने नारा बुलंद किया कि सौगंध राम की खाते हैं हम दशहरा वहीं मनाएंगे।