Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट।
Faridabad News, 1 जूलाई: सीबीएसई क्षमता नर्माण कार्यक्रम का आयोजन सैक्टर-31 स्थित फरीदाबाद मॉडल स्कूल में किया गया। डॉ० अंशू अरोड़ा, प्रिंसिपल, एमिटी इंटरनेशनल स्कूल, सैक्टर-43, गुरूग्राम और डॉ० नेहा शर्मा, प्रिंसिपल जीडी गोयन का पब्लिक स्कूल, गाजियाबाद सत्र के लिए संसाधन विशेषज्ञ थे। अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की।
डॉ० नेहा शर्मा ने कार्यशाला की शुरूआत यह पूछकर की कि क्या शिक्षक सीखने के परिणामों के बारे में कुछ जानते हैं और क्या इसे उनके स्कूलों में क्रियान्वित किया जाता है। शिक्षकों के सीखने के चक्र, इच्छित सीखने के परिणामों को परिभाषित करें, कक्षा में निर्देशात्मक अभ्यास, सीखने के परिणामों को मापें, प्रतिबिंब जैसे प्रासंगिक विषयों की व्याख्या की गई। सत्र सीखने के परिणामों और सीखने के उद्वेश्यों के बीच प्रमुख अंतर, ब्लूम की शिक्षा के वर्गीकरण, उसके उद्वेश्यों और परिणामों की समझ के इर्द-गिर्द घूमता रहा। इसके बाद सभी उपस्थित लोगों के लिए गतिविधि आधारित शिक्षण अनुभव प्रदान किया गया। उन्होंने प्रतिभागियों को सक्रिय रूप से भाग लेने और अपने दृष्टिकोण और अनुभव साझा करने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद डॉ० अंशू अरोड़ा ने शैक्षिक परिणामों के डोमेन और संज्ञानात्मक स्तरों की पहचान करने के तरीकों को समझाकर कार्यशाला को आगे बढ़ाया। इसके बाद उन्होंने एक गतिविधि आयोजित की जहां उन्होंने प्रतिभागियों से शैक्षिक परिणामों के डोमेन और संज्ञानात्मक स्तर का मूल्यांकन करने के लिए कहा।
विभिन्न स्कूलों के शिक्षकों ने कई गतिविधियों में भाग लिया और शिक्षण पद्धतियों और कौशल, क्षमताओं, दृष्टिकोण के बारे में जानकारी प्राप्त की, जो छात्रों को सीखने के अनुभव या अध्ययन के कार्यक्रम के अंत तक प्राप्त होने की उम्मीद है।
सत्र का समापन एफएमएस के निदेशक प्रिंसिपल, उमंग मलिक द्वारा संसाधन विशेषज्ञों के अभिनंदन के साथ हुआ। उन्होंने सत्र के दौरान सक्रिय भागीदारी के लिए उपस्थित लोगों को भी धन्यवाद दिया।
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