Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट।
Faridabad, 21 फरवरी: DLF इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा मेंबर्स को स्ट्राइव प्रोजेक्ट के प्रति जागरूक करने और बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा औद्योगिक इकाइयों हेतु चलाई जा रही विभिन्न स्कीमों से अवगत करवाने हेतु एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में हरियाणा कौशल विकास विभाग के डिप्टी जनरल ट्रेनिंग शिवशंकर शर्मा ने उद्योग प्रबंधकों को बताया कि सरकार द्वारा संचालित यह योजना उद्योगों और अप्रेंटिस दोनों हेतु लाभदायक सिद्ध होगी।
श्री शर्मा ने कहा कि स्ट्राइव प्रोजेक्ट के अंतर्गत जहा युवाओं को रोजगार के साथ कार्य दक्षता प्राप्त होगी, वहीं उद्योगों को श्रम शक्ति उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत औद्योगिक इकाइयों द्वारा नए अप्रेंटिस को किसी भी कार्य क्षेत्र में ट्रेनिंग हेतु संस्थान में रखा जा सकता है जिस हेतु प्रशिक्षु ITI पास, 10वीं-12वीं पास होना अनिवार्य है।
श्री शर्मा ने बताया कि अप्रेंटिस हेतु सरकार द्वारा 1500 रुपए का वजीफे का प्रावधान किया गया है ताकि स्ट्राइव प्रोजेक्ट को प्रभावी रूप से सफल बनाया जा सके।
श्री शर्मा ने बताया कि प्रसिद्ध औद्योगिक समूह टाटा, जन्म ONGC द्वारा नए अप्रेंटिस रखे गए जिसके परिणाम काफी सकारात्मक रहे जिस कारण उपरोक्त संस्थानों में अप्रेंटिस रखने का क्रम निरंतर जारी है।
उन्होंने कहा कि औद्योगिक इकाइयों में न्यूनतम 2.5 और अधिकतम 15 प्रतिशत अप्रेंटिस रखना अनिवार्य है और जिसे पूर्ण न करने पर जुर्माना का प्रावधान रखा गया है। श्री शर्मा ने उदाहरण प्रस्तुत करते कहा कि एसोसिएशन के 200 सदस्य यदि एक अप्रेंटिस रखे तो 200 युवाओं को कार्य दक्ष बनाया जा सकता है।
कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय कोच और प्रसिद्ध लेखक श्री शेरी ने उपस्थित आगंतुकों को सार्वजनिक भाषण और संचार कौशल के संबंध में प्रेरित करते कहा कि इस कला द्वारा सभी वर्गो हेतु आवश्यक है।
श्री शेरी ने कहा कि भाषा और उसे प्रभावी ढंग से रखने की कला से किसी भी वाक्य और विचार को व्यक्त किया जा सकता है।
श्री शेरी ने बताया की सदैव अपनी सकारात्मक ऊर्जा द्वारा किसी भी वाक्य को प्रभावशाली बनाया जा सकता है। उन्होंने औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधियों से बच्चों को स्वतंत्र रूप से सार्वजनिक जीवन में बातचीत करने हेतु प्रेरित करने का आह्वान किया।
इस मौके पर बैंक ऑफ़ बड़ौदा के AGM रविंद्र कपूर ने आशा व्यक्त करते कहा कि इस आयोजन का लाभ बैंक और उद्योगपतियों दोनों को मिलने की आशा है। उन्होंने कहा कि बैंक MSME सेक्टर को लाभ पहुंचाने हेतु प्रयासरत है ताकि देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाया जा सके।
कार्यक्रम में बैंक ऑफ बड़ौदा के जनरल मैनेजर निशांत कुमार ने उपस्थित उद्योगपतियों से बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा MSME उद्योगों हेतु चलाई जा रही योजनाओं का लाभ उठाने का आह्वान किया। श्री कुमार ने बताया कि बैंक की स्थापना 1949 को दिल्ली में हुई जो वर्तमान में 282 शाखाओं के परिचालन से अपने ग्राहकों को सेवाएं प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि बैंक शाखाओं को 6 रीजन में बांटा गया है जो आयात और निर्यात से जुड़े उद्योगों को सुविधाएं प्रदान कर रहा है। श्री कुमार ने बताया कि ग्राहकों की सुविधाएं प्रदान करने हेतु साउथ अफ्रीका और दुबई में शाखाओं का सफल परिचालन किया गया है।
इस मौके पर जिला उप-श्रम आयुक्त @ DLC अजय पाल डूडी ने उपस्थित उद्योग प्रबंधकों से श्रम संबंधी कानूनों को अपने श्रमिकों तक पहुंचाने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि उद्योग जगत अपने श्रमिकों को सरकार द्वारा श्रमिक कल्याण की योजनाओं से अवगत करवाने हेतु जागरूकता शिविर आयोजित करने की भी अपील की है।
श्री डूडी ने कहा कि यह हर्ष का विषय है की वर्तमान में प्रबंधक और श्रमिक वर्गो दोनों आपसी सहयोग और तालमेल द्वारा एकजुटता से जो कार्य कर रहे है वह औद्योगिक विकास हेतु लाभप्रद है। श्री डूडी ने बताया कि सरकार द्वारा श्रम कल्याण हेतु लगभग 25 योजनाएं जा रही है जिसके अंतर्गत श्रमिक वर्ग 2000 से लेकर 25 हजार तक लाभ प्राप्त कर सकता है।
उन्होंने योजनाओं का लाभ श्रमिक वर्ग तक पहुंचाने हेतु विशेष शिविर आयोजित करने की अपील भी औद्योगिक प्रतिनिधियों से की।
श्री डूडी ने एसोसिएशन के प्रधान जेपी मल्होत्रा की सकारात्मक और प्रभावशाली ऊर्जा के विषय में बताते कहा कि श्री मल्होत्रा अपने सेवाभाव के चलते एसोसिएशन के सदस्यों को लाभान्वित करने के जो प्रयास कर रहे हैं, वह सराहनीय है।
इस मौके पर एसोसिएशन के प्रधान जेपी मल्होत्रा ने बताया कि एसोसिएशन अपने सदस्यों को अप्रेंटिस योजना लाभ उठाने हेतु प्रेरित कर रही है जिसके बेहतर परिणाम आने की आशा है। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन ने अपने सदस्यो को श्रम शक्ति उपलब्ध करवाने हेतु एसोसिएशन ने 4 ट्रेडों कंप्यूटर ऑपरेटर, सिलाई, गुणवता एवं CNC ऑपरेटर हेतु अप्रेंटिस रखने और उन्हें ट्रेनिंग देने के लिए निकट क्षेत्र के बच्चों को चयनित किया है।
श्री मल्होत्रा ने बताया कि एसोसिएशन द्वारा उपरोक्त ट्रेडों में 35 प्रतिशत महिला शक्ति, 20 प्रतिशत पिछड़े वर्ग के जरूरतमंद लोगों को सदस्य इकाइयों में ट्रेनिंग हेतु रखने का प्रयास जारी है जिसके लिए सदस्यो से औपचारिक सहमति जताई जा चुकी है।
श्री मल्होत्रा ने कहा कि एसोसिएशन का प्रयास है कि अधिकाधिक अप्रेंटिस को ट्रेनिंग हेतु तैयार किया जा सके ताकि श्रम शक्ति का गठन किया जा सके और समाज में रोजगार उपलब्ध करवाया जा सके।
श्री मल्होत्रा ने बताया कि वर्तमान में एसोसिएशन की 34 औद्योगिक इकाइयों ने नेप्स योजना के तहत पंजीकरण करवा 24 युवक युवतियों को अप्रेंटिस के रूप में संस्थान में ट्रेनिंग हेतु रखा। उन्होंने बताया कि एसोसिएशन द्वारा 50 इकाइयों में 140 अप्रेंटिस को ट्रेनिंग हेतु तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसके लिए निकट क्षेत्र में विज्ञापनों, सूचनाओं पर्चो का उपयोग किया गया ताकि सफलता प्राप्त हो सके।
श्री मल्होत्रा ने बताया कि एसोसिएशन समाज में रोजगार और संस्थानों में श्रम शक्ति उपलब्ध करवाने हेतु कृत संकल्प है। उन्होंने बताया कि एसोसिएशन का प्रयास है क्षेत्र की ITI , 10वीं-12वीं पास बच्चों को अप्रेंटिस योजना के तहत ट्रेनिंग प्रदान कर उन्हें रोजगार हेतु तैयार किया जा सके और युवा पीढ़ी को सही दिशा दे आत्मनिर्भर बनाने के प्रयास किए जा सके।
श्री मल्होत्रा ने कुशल विकास विभाग के अतिरिक्त निदेशक संजीव शर्मा द्वारा नेप्स और अप्रेंटिस योजन में किए जा रहे सहयोग और योगदान के लिए आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम में धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए एसोसिएशन के उप-प्रधान श्रीराम अग्रवाल ने कहा कि एसोसिएशन अपने सदस्यों को लाभ पहुंचाने हेतु तत्पर है, जिसके अंतर्गत ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है जो उद्योगों के विकास हेतु लाभप्रद सिद्ध हो सके।
कार्यक्रम में सर्वश्री एमपी रूंगटा, भूपिंदर सिंह, महेश गोयल, अरजीत सिंह चावला के अतिरिक्त फिओरी क्रिएशन, भारतीय वाल्व, लॉर्ड शिवा टैक्स एक्सपोर्ट्स, प्रायली पॉलिमर, इंपीरियल ऑटो, मिश्रा टेक्सटाइल, पेस एक्जिम, एटीएम एक्सपोर्ट्स, सोर्स इंडिया, फॉर्जवेल, सिद्ध मास्टर,सवोज्य फैशन, गुन्नों निट्ट्स, सुपरकट इंग्रिनियर, एसके डाइंग, लोविस्का टेक्सटाइल के प्रतिनिधियों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।