Metro Plus के लिए Naveen Gupta की रिपोर्ट।
Faridabad News, 1 जुलाई: सैक्टर-31 स्थित फरीदाबाद मॉडल स्कूल में विषय ज्ञान, शिक्षण कौशल को बढ़ाने और नई शिक्षण तकनीकों को सीखने के उद्वेश्य से विभिन्न विषयों के शिक्षकों के लिए हैप्पी क्लासरूम पर सी.बी.एस.ई क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डॉ० बबीता दशरथ इंगले-पीएचडी सामग्री विज्ञान और गुंजन तोमर-विशेष शिक्षक और सामाजिक भावनात्मक शिक्षण कोच सत्र के लिए संसाधन व्यक्ति थे। अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की।
कार्यशाला का एजेंडा छात्रों के सीखने के अनुभव को बढ़ाने के लिए कक्षा में खुश छात्रों और खुशी का निर्माण करना था। डॉ० बबीता ने प्रतिभागियों से विभिन्न स्थितियों पर अपना दृष्टिकोण बताने, स्वयं का पता लगाने, आत्म-जागरूकता पर काम करने, विभिन्न संवादात्मक गतिविधियों के माध्यम से स्व-नियमन, समय और संबंध प्रबंधन सीखने के लिए कहा, जिससे शिक्षकों को सत्र में सक्रिय रूप से शामिल रहने में मदद मिली। शिक्षकों ने रोल-प्ले, नृत्य, संगीत, कहानी कहने के सत्र आदि जैसी ढेर सारी समूह गतिविधियों में भाग लिया।
इस मौके पर गुंजन तोमर ने कहा कि सीखने का आनंद छात्रों की आत्म-प्रभावकारिता को बढ़ाने में मदद करता है। इसके अलावा उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षकों के लिए विभिन्न कक्षा स्थितियों को व्यावहारिक ज्ञान के साथ संभालने के लिए जीवन कौशल को अपनाना महत्वपूर्ण है। इसलिए खुशहाल कक्षा में शिक्षक न केवल ज्ञान को प्रोत्साहित करता है बल्कि साथ ही इंटरैक्टिव और अनुभवात्मक शिक्षा का मार्ग भी प्रशस्त करता है। संसाधन व्यक्ति ने एफ.बी.ए. (कार्यात्मक व्यवहार विश्लेषण) पर भी प्रकाश डाला, जो कक्षाओं में दुव्र्यवहार के कारण को समझने का एक तरीका है।
विभिन्न स्कूलों के शिक्षकों ने कई गतिविधियों में भाग लिया और शिक्षण पद्धतियों और कौशल, क्षमताओं, दृष्टिकोण के बारे में जानकारी प्राप्त की, जो छात्रों को सीखने के अनुभव या अध्ययन के कार्यक्रम के अंत तक प्राप्त होने की उम्मीद है।
सत्र का समापन एफ.एम.एस. के निदेशक प्रिंसिपल उमंग मलिक द्वारा संसाधन लोगों के अभिनंदन के साथ हुआ। उन्होंने सत्र के दौरान सक्रिय भागीदारी के लिए उपस्थित लोगों का भी धन्यवाद दिया।