अक्षरम स्कूल ने मनाया अपना पहला वार्षिकोत्सव सृजन-2025
Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट
ग्रेटर/फरीदाबाद, 3 फरवरी: सरकार की न्यू एजुकेशन पॉलिसी भी स्कूलों में खेल-खेल के माध्यम से बच्चों को पढ़ने पढ़ाने और सिखाने पर जोर देती है, न कि किताबी कीड़ा बनाए जाने पर। यह कहना था एचआरडीए के डॉयरेक्टर एवं वरिष्ठ आईएएस अधिकारी विनय प्रताप सिंह का जोकि सैक्टर-77 के अक्षरम स्कूल के वार्षिकोत्सव में बतौर मुख्यातिथि अभिभावकों और उपस्थितजनों को संबोधित कर रहे थे। स्कूल समारोह में पहुंचने पर चेयरमैन ओपी परमार ने मुख्य अतिथि का स्वागत बुक्के देकर किया।
इस वार्षिकोत्सव में मुख्य अतिथि विनय प्रताप सिंह ने अपने संबोधन में बच्चों द्वारा प्रस्तुत कार्यक्रम की भरपूर प्रशंसा करते हुए कहा कि जिस तरह बच्चों ने प्ले में प्रदर्शन किया है, वह अविस्मरणीय है। उन्होंने कहा कि आज हमारे अपने देश में शिक्षा का स्तर इतना बढ़ गया है कि हमारे बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए विदेशों में भेजने की कोई जरूरत नहीं है ओर हमें स्कूली स्तर पर ही बच्चों की स्किल पहचान कर उनके पसंदीदा विषयों को भविष्य में चुनने के लिए प्रेरित करना चाहिए जिससे कि भविष्य के लिए नई ऊर्जावान, प्रतिभावान पीढ़ी तैयार हो सके।
वही विशेष अतिथि के तौर पर एकॉर्ड हॉस्पिटल के डॉयरेक्टर डॉ० जितेंद्र कुमार ने भी बच्चों द्वारा प्रस्तुत प्ले सृजन की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
इस अवसर पर अक्षरम स्कूल के डॉयरेक्टर नरेंद्र परमार ने सभी अतिथियों और अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि विद्यालय में बच्चों को Leaening by Playing के तरीके से ही पठन-पाठन का कार्य किया जा रहा है और NCERT की किताबों से ही बच्चों को पढ़ाया जाता है।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से हरियाणा प्रोग्रेसिव स्कूल कॉन्फ्रेंस से एसएस गोसाईं, शिक्षाविद टीएस दलाल, नीरा तोमर, कुनालजीत सिंह, डॉयरेक्टर, एआईईसीटी, रवींद्र सिंह पूर्व एक्साइज कमिश्नर, जितेंद्र परमार, डॉ० सुभाष श्योराण, बीडी शर्मा, राजदीप सिंह, भारत भूषण, प्रयास दलाल, जितेंद्र परमार, डॉ० तुली, हेमचंद भड़ाना, मुमताज कंवर, सचिन पांचाल, जितेंद्र चौधरी, जतिन चौहान, गौरव कुमार, राकेश कंवर, पवन मिगलानी, पंडित जी, अश्वनी पांचाल आदि शामिल थे।