रैडक्रॉस द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर तपेदिक के मरीजों को पोषाहार वितरित किया गया!
Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट।
Faridabad News, 20 अगस्त: जिला रैडक्रॉस सोसाइटी द्वारा संचालित अन्नदान-महादान मुहिम के तहत उपायुक्त एवं अध्यक्ष जिला रैड क्रॉस सोसाइटी फरीदाबाद विक्रम सिंह के मार्गदर्शन में रैडक्रॉस भवन सैक्टर-12 में जिला रेडक्रॉस सोसायटी और विक्टोरा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में विक्टोरा फाउंडेशन के संस्थापक अमितबीर सिंह बांगा के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में आर्थिक रूप से कमजोर तपेदिक के 100 मरीजों को विशेष पोषाहार वितरण किया तथा 140 व्यक्तियों की स्वास्थ्य जांच की गई।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अमितबीर सिंह बांगा ने शिरकत की। सर्वप्रथम मुख्य अतिथि द्वारा अपने जन्मदिवस को पर्यावरण संरक्षण से जोडऩे के लिए कार्यालय जिला रेडक्रॉस भवन के पार्क में पौधारोपण किया। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण को हमें अपनी आदत बनाना चाहिए ताकि हम अपने आने वाली पीढ़ी को स्वच्छ वातावरण दे सकें।
इस मौके पर मुख्य अतिथि अमितबीर सिंह बांगा ने टीबी के मरीजों को पोषाहार वितरण करते हुए कहा कि माननीय प्रधानमंत्री मोदी जी का सपना है कि वर्ष-2025 तक भारतवर्ष को टीबी मुक्त बनाना है तथा सभी प्रधानमंत्री के सपने को सभी समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से ही पूर्ण किया जा सकता है। अत: इस मुहिम को सार्थक करते हुए फरीदाबाद की स्वयंसेवी संस्था अहम भूमिका निभा रही है।
विशेष अतिथि अजय सोमवंशी, सी.एस.आर हेड विक्टोरा फाउंडेशन द्वारा जिला रैडक्रॉस सोसाइटी फरीदाबाद द्वारा संचालित मुहिम को बहुत ही सार्थक बताते हुए तपेदिक के रोगियों से अपील करते हुए कहा कि तपेदिक रोग लाइलाज नहीं है यदि इसकी पूरी दवाईयों का सेवन पूर्ण रूप से किया जाए। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया की जिला रेडक्रॉस सोसाइटी जब भी टीबी के रोगियों के लिए ऐसा कोई कार्यक्रम करेगी तो विक्टोरा फाउंडेशन सदैव अपना सहयोग देगी।
इस मौके पर जिला रेडक्रॉस सोसाइटी के सचिव बिजेन्द्र सौरोत ने बताया कि तपेदिक की बीमारी खतरनाक जरूर है, परन्तु लाइलाज नहीं है इस बीमारी का सफल इलाज यही है कि दवाई के साथ-साथ पौष्टिक आहार ले और समय-समय पर अपनी जांच कराए।
उन्होंने बीमारी से बचाव के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह रोग एक खतरनाक संक्रामक रोग है, सही समय पर इसका ईलाज नहीं होने पर यह जानलेवा हो सकती है। इसलिए अपने आप को इस बीमारी की चपेट में आने से बचाने के लिए आपको इसके बारे में पूरी जानकारी होना बहुत जरूरी है। जिससे आप खुद व अपने परिवार को इस जानलेवा रोग की चपेट में आने से बचा सकें।
वहीं प्रताप सिंह सेवानिवृत्त अधीक्षक के द्वारा बताया गया कि तपेदिक के लक्षणों की पहचान करके तत्काल प्रभाव से इलाज बेहद जरूरी है। उन्होंने सभी तपेदिक रोगियों को विशेष पोषाहार लेने पर बल दिया तथा खाने में उन फल और सब्जियों को शामिल करें जोकि आपको अंदर से सेहतमंद रखें और शरीर की ताकत बढ़ाए।
जिला रेडक्रॉस सोसाइटी से कार्यक्रम संयोजक पुरूषोत्तम सैनी द्वारा मंच का संचालन करते हुए सभी तपेदिक रोगियों को प्रधानमंत्री के सपने के अनुसार वर्ष-2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने के लिए सभी उपस्थित तपेदिक रोगियों को शपथ दिलवाई।
डॉ. एमपी सिंह, चीफ वार्डन सिविल डिफेन्स ने बीमारी से बचाव के बारे में बताते हुए कहा कि तपेदिक की बीमारी पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लडऩे में लहसुन कारगार होता है, रोगाणुरोधी गुण से भरपूर लहसुन, प्रतिरक्षा प्रणाली को भी बढ़ावा दे सकता है। पुदीने में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो तपेदिक से प्रभावित ऊतकों के उपचार में मददगार साबित हो सकते हैं इसी के साथ आंवला भी लेना चाहिए आंवले में जीवाणुरोधी गुण होते हैं।

इस अवसर पर उपस्थित जसवंत पंवार पार्षद व सांसें फाउंडेशन के संस्थापक द्वारा बताया कि विक्टोरा फाउंडेशन द्वारा फरीदाबाद शहर को हरा -भरा करने हेतु शहर में अनेकों पेड़ समय-समय पर लगाए जाते है। विक्टोरा फाउंडेशन का पर्यावरण को बचाने में अहम योगदान है।

कुमारी मधु भाटिया द्वारा बताया गया कि टीबी प्रोजेक्ट में कार्यरत स्वयंसेवक समय-समय पर तपेदिक रोगियों को परामर्श देते है तथा उनको दवाईयों का निरंतर सेवन करने बारे में पूर्ण जानकारी रखते हैं।
इस मौके पर कार्यक्रम में मुख्य रूप से कमलेश शास्त्री मंडल बाल कल्याण अधिकारी गुरूग्राम, बिरेन्द्र गौड़ उप-संरक्षक, रेडक्रॉस सोसायटी उपस्थित रहे तथा सुगम, मनदीप, सुमित, युवराज, सुशील, रामबरन यादव, राजेश कुमार, रामकिशोर, बृजमोहन शर्मा, प्रेम, रानी, परवीन व अन्य रेडक्रॉस स्टॉफ ने पूर्ण सहयोग दिया।
