शिक्षक ही है जो हमें सही और गलत का अंतर सिखाते हैं: उमंग मलिक
Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट
Faridabad News, 5 सितंबर: सैक्टर-31 स्थित फरीदाबाद मॉडल स्कूल में शिक्षक दिवस बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यह दिवस भारत के द्वितीय राष्ट्रपति और महान शिक्षाविद् डॉ० सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने हेतु मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अकादमिक डॉयरेक्टर शशि बाला, डॉयरेक्टर प्रिंसिपल उमंग मलिक तथा विद्यालय के स्टॉफ सदस्यों द्वारा डॉ० राधाकृष्णन को पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया।
शिक्षक दिवस के अवसर पर कक्षा 11वीं के विद्यार्थियों ने विशेष सभा का आयोजन किया जिसमें उन्होंने अपने शिक्षकों का मार्गदर्शक और पथप्रदर्शक होने के लिए आभार व्यक्त किया। एफएमएस के विद्यार्थियों ने शिक्षकों के सम्मान में संगीतमय नाटक, कविता-पाठ, श्लोक और भाषण जैसी सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं। दिन को रोचक और उत्साहपूर्ण बनाने के लिए शिक्षकों हेतु खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया तथा विजेताओं को पुरस्कृत किया गया।
इस मौके पर अकादमिक डॉयरेक्टर शशि बाला ने उन शिक्षकों को सम्मानित किया जिन्होंने विद्यार्थियों को सत्र 2024-25 में उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त करने के लिए मार्गदर्शन और प्रोत्साहन दिया। नियमितता और समयनिष्ठा के लिए भी शिक्षकों को पुरस्कृत किया गया। उन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षकों के नि:स्वार्थ प्रेम और मार्गदर्शन का अनुसरण करने तथा अपने आचरण का आत्म-मूल्यांकन कर जिम्मेदारी से भविष्य की योजना बनाने की प्रेरणा दी।
शिक्षक दिवस के मौके पर स्कूल के डॉयरेक्टर उमंग मलिक ने शिक्षकों को बधाई दी और उन्हें राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों को और अधिक उत्साह एवं लगन से निभाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि गुरू न सिर्फ पाठ्यक्रम का ज्ञान बल्कि जीवन की सच्ची शिक्षा भी देते हैं। वह शिक्षक ही है जो हमें सही और गलत का अंतर सिखाते हैं। हमें हमेशा आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित करते हैं। हमारे सपनों को पूरा करने के लिए मार्गदर्शन करते हैं। उनका समर्पण और मेहनत ही हमारे भविष्य की नींव है। उन्होंने कहा टीचर्स डे के दिन हमारे पास मौका होता है कि हम अपने गुरूओं के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त कर सकें। उन्होंने पूरे स्टॉफ की और से विद्यार्थियों का इस सुव्यवस्थित कार्यक्रम के लिए आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि यह समारोह शिक्षकों के प्रति विद्यार्थियों के प्रेम और कृतज्ञता की सच्ची अभिव्यक्ति रहा।