Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट।
Faridabad News, 4 नवंबर: सैक्टर-12 में बने एक गडड़े में गिरी गऊ माता को शहर के वरिष्ठ समाजसेवी सुमित गौड़ व गौभक्तों के प्रयासों से घंटों की मशक्कत के बाद सकुशल बाहर निकाला गया। गड्ढे से बाहर निकाली गई गऊ माता फिलहाल ठीक है, परंतु इस घटना ने एक बार फिर से भाजपा सरकार के विकास के दावों की पोल पूरी तरह से खोलकर रख दी है।
समाजसेवी सुमित गौड़ ने बताया कि सैक्टर-10 स्थित उनके कार्यालय कांग्रेस भवन के समक्ष बने एक गड्ढे में आज एक गऊ माता अचानक से गिर गई। जिसे वहां खड़े एक पुलिस कर्मचारी ने देख लिया और इसकी जानकारी उनके साथ-साथ आस-पास के लोगों को दी। जिस पर सुमित गौड़ ने अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचकर गऊ माता को बाहर निकालने का प्रयास किय। लेकिन जब वह सफल नहीं हो पाए तो इसकी सूचना निगम प्रशासन को दी। बाद में गौ सेवा समिति के सदस्यो, निगम कर्मचारियों व अन्य समाजसेवियों की मदद से जेसीबी व क्रेन की सहायता से गडड़े को चौड़ा किया गया और उसके बाद करीब तीन से चार घंटों की मशक्कत के बाद गऊ माता को बाहर निकाला गया।
इस मौके पर सुमित गौड़ ने कहा कि शहर में इतने गड्ढे बने हुए है कि आए दिन गऊ माता इनमें गिरकर मर रही है या जख्मी हो रही है। उन्होंने कहा कि आज उन्होंने लोगों के प्रयास से गऊ माता को बचा लिया। अगर यह हादसा दूर दराज वाले इलाके में होता तो गऊ माता मर जाती। उन्होंने कहा कि तीन घंटों की मशक्कत के दौरान कोई भी सरकार व प्रशासन का नुमाइंदा यहां पहुंचा तक नहीं। इससे साबित होता है कि यह गऊ माता को केवल राजनीति के लिए प्रयोग करते है। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद जैसे शहर में इस प्रकार की घटना होना सरकार व प्रशासन की लापरवाही को दर्शाता है। लेकिन दुख की बात है कि इसके बावजूद सरकार शहर के गड्ढों को भरने के लिए कोई प्रयास नहीं कर रही।





