Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट।
Faridabad News, 16 दिसंबर: शहीदों की चिताओ पर लगेंगे हर वर्ष मेले बस एक यही निशां बाकी रहेगा की बात को चरितार्थ करते हुए जिला सैनिक एवं अर्धसैनिक कल्याण बोर्ड द्वारा विजय दिवस के अवसर पर विजय दिवस समारोह का आयोजन किया गया। यह समारोह फरीदाबाद के वार मेमोरियल कॉम्प्लेक्स सैक्टर-12 में मनाया गया।
SDM मयंक भारद्वाज ने उपस्थित सैनिकों और वीरांगनाओं तथा सैनिकों के सभी परिवार जनों को विजय दिवस की शुभकामनाएं और बधाई दी। उन्होंने वार मेमोरियल में शहीद स्मारक पर शहीदों को पुष्प चक्र अर्पित कर पुलिस की टुकड़ी द्वारा मातमी धुन के साथ राइफल झुका कर सलामी देने उपरान्त दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
SDM मयंक भारद्वाज ने कहा कि हमारे देश के जवान रात-दिन देश की सुरक्षा में सीमा पर खड़े हैं, इसी कारण हमारा देश सुरक्षित है और हम निश्चिंत होकर अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम सभी को अपने वीर जवानों पर गर्व है जो राष्ट्र सेवा में अपना सर्वोच्च बलिदान देने के लिए भी तैयार रहते हैं। उन्होंने कहा कि आज हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं ये सब इन शहीद सैनिकों की वजह से ले रहे है। जो दुश्मन के मंसूबों को कभी सफल नहीं होने देते बेशक बलिदान ही क्यों ना देना पड़े।
SDM मयंक भारद्वाज ने बताया कि 16 दिसंबर 1971 को हमारे वीर सैनिकों ने पाकिस्तान की सेना को युद्ध में पराजित कर विजय प्राप्त की थी और बंगलादेश को पाकिस्तान से आजाद करवाया था। इसी कारण हर वर्ष 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसलिए 16 दिसंबर 1971 का दिन स्वर्णिम इतिहास में दर्ज हो चुका है। उन्होंने समारोह में उपस्थित युद्ध वीरांगनाओं व वॉर वेटरन्स को सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर मेजर जनरल जीएन एसके दत्त वीएसएम, ब्रिगेडियर मुकेश चंद्रा, कर्नल देवेंद्र चौधरी, कर्नल गोपाल सिंह वीएसएम, कर्नल आशीष मसीह, मेजर आरके शर्मा, ग्रुप कैप्टन हरीश चौधरी, उदय सिंह सीपीओ, ऑनरी एलटी आईएन एन धर्म भारद्वाज पेटी ऑफिसर, ऑनरी कैप्टन जय चंद, सब सुंदर सिंह सौर्य चक्र, करतार नागर नाइक, धर्म सिंह डागर हवलदार और वीर नारिस-चंद्री, कृपाल कौर, सुनीता, लतलिता शर्मा, राम वती, उषा देवी, भगवान देवी, गीता तथा कल्याण अधिकारी जिला सैनिक अर्ध सैनिक कल्याण विभाग जेडएसबी कैप्टन आईएन रजनीश सिंह छावरी अन्य स्टॉफ सदस्य सब मेजर महावीर सिंह, डब्ल्यूओ उजेंद्र यादव, ज्ञानेंद्र सिंह, वीरपाल अधाना, दिनेश सिंह, राम शरण भी मौजूद रहे।







