नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 31 अक्तूबर: सरदार वल्लभभाई पटेल ने अपनी दूरदृष्टि से अदम्य साहस का परिचय देते हुए स्वतंत्र भारत को एकता के सूत्र में पिरोया। लौह पुरूष हमारी राष्ट्रीय एकता के बेजोड़ शिल्पी थे, यही कारण है कि उनको लौहपुरूष कहा जाता था। उक्त विचार केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती मेनका गांधी ने स्थानीय नगर निगम सभागार में सरदार बल्लभभाई पटेल की 140वीं जयंती के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर आयोजित भव्य समारोह में बतौर मुख्यातिथि संबोधित करते हुए कहे।
श्रीमती मेनका गांधी ने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल के नेतृत्व की असाधारण क्षमताओं के कारण आज उनकी जयंती पर हम सभी क ो उनके द्वारा दर्शाए गए एकता एवं अखण्डता के मार्ग पर चलने का प्रण लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने सद्भावना की भावना से बिना किसी भेदभाव के संपूर्ण राष्ट्र को एक सूत्र में पिरोने का कार्य किया। उनके देश के प्रति दिए महत्वपूर्ण योगदान को किसी भी सूरत में नकारा नहीं जा सकता।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरगामी सोच व दृढ़इच्छा शक्ति के परिणाम स्वरूप आज हमारा देश तेजी से विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणीय भूमिका निभा रहा है। सरकार के अथक प्रयासों से महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा भी महिलाओं एवं बच्चों के उत्थान के लिए विशेष योजनाओं का क्रियांवन किया जा रहा है जिसमें उनके बेहतर स्वास्थ्य, रोजगारपरक शिक्षा सहित उनके अधिकारों पर विशेष बल दिया जा रहा है। इस अवसर पर श्रीमती मेनका गांधी ने अपनी शुभकामनाएं देते हुए उपस्थित लोगों को राष्ट्र की एकता के प्रति समर्पित रहने के लिए शपथ भी दिलवाई।
इस अवसर पर समारोह की संयोजिका रही मुख्य संसदीय सचिव श्रीमती सीमा त्रिखा ने केन्द्रीय मंत्री श्रीमती मेनका गांधी का समारोह में पंहुचने पर आभार प्रकट करते हुए समारोह के उद्देश्य के सबंध में बताया कि इस प्रकार के समारोह का आयोजन एक ओर अपने राष्ट्र्र के महानुभावों को याद करना है तथा दूसरी ओर उनके दिखाए गए मार्ग व दिए संदेश को भावी युवा पीढ़ी तक पंहुचाना है।
सीमा त्रिखा ने समारोह के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आज आयोजित समारोह की विशेषता यह है कि पहली बार बडख़ल विधानसभा क्षेत्र के लगभग सभी स्कूलों ने एक मंच पर एक साथ प्रतिभागिता की है जिसमें प्रतिभागिता कर रहे छात्र- छात्राओं को एक ऐसा मंच प्रदान करना है जहां वे अपनी प्रतिभा का मंचन कर समाज में अपना नाम रोशन कर सकें, इसके अतिरिक्त समारोह के माध्यम से यह भी प्रयास किया गया है कि शिक्षा जगत से पहले व वर्तमान में जुड़े शिक्षाविदों को भी सम्मानित करते हुए उन्हें ऐसा मंच प्रदान किया जाए जहां उनके अनुभवों से आने वाली युवा पीढ़ी को विशेषतौर पर जागरूक किया जा सके। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन जनहित में भविष्य में भी कराए जाते रहेंगे।
समारोह की शुरूआत सरस्वती वंदना के साथ जिलाध्यक्ष अजय गौड द्वारा मुख्यातिथि का जिलावासियों की ओर से स्वागत कर की गई।
समारोह के दौरान शिक्षा व सामाजिक जगत से जुड़े एमएनएल गौसांई, प्रेम स्वरूप वोहर, वाईपी शर्मा, सुषमा भाटिया, एमएल आहूजा, बलदेव राज बहल, यशपाल शर्मा आदि वरिष्ठ नागरिकों को उक्त क्षेत्रों में दिए अतुलनीय सहयोग के लिए मुख्याअतिथि के कर कमलों द्वारा सम्मानित भी किया गया।
इस अवसर पर बल्लभगढ़ के विधायक मूलचंद शर्मा, वरिष्ठ भाजपा नेता संदीप जोशी, नीरा तोमर, ओपी धामा, युवा नेता प्रेमकृष्ण आर्य,प्रिया बब्बर, निर्मल धामा,संदीप कौर, ज्ञानचंद, बलदेव राज बहल, आनंदकांत, राजकुमार वोहरा, रंजू रखेजा, अन्नू वत्स, दामिनी पाहवा, अनिल प्रताप, विशम्बर भाटिया, रत्नपाल, संजय महेन्द्रू, रमन जेतली, मनमोहन सिंह राजपूरोहित, पं. सुरेन्द्र शर्मा, ठाकुरदास वर्मा, मनोज नासवा, राजन मुथरेजा, ओमप्रकाश ढ़ीगड़ा, संजय भाटिया, अजय दहिया, रविन्द्र सिंह राणा, रीटा गोसांई, कमलेश भाटिया, सुषमा भाटिया, दीपा भाटिया, रवि अरोड़ा, कपिल शर्मा सहित सबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।