नवीन गुप्ता
नयी दिल्ली, 18 दिसंबर: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार के घर और दफ्तर में छापे की आग अभी तक नहीं थमी है. केजरीवाल ने एक बार फिर केंद्र पर सीबीआइ के गलत उपयोग का आरोप लगाया है. सीबीआइ के गलत इस्तेमाल को लेकर अरविंद केजरीवाल ने केंद्र की मोदी सरकार पर अब तक सबसे बड़ा हमला करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने सीबीआइ को विपक्षी पार्टियों को खत्म करने के लिए कहा है.
केजरीवाल ने ट्वीट किया कि केंद्र सरकार ने सीबीआइ को विपक्षी पार्टियों को खत्म करने के आदेश दिए हैं. केजरीवाल की माने तो उन्हें यह जान जानकारी सीबीआइ के एक अधिकारी ने दी है.
आप प्रमुख ने ये आरोप लगाने के लिए एक बार फिर सोशल मीडिया का मार्ग चुना. उन्होंने गत मंगलवार को दिल्ली सचिवालय में उनके प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के कार्यालय में सीबीआई की छापेमारी के बारे में वस्तुत: लाइव-ट्वीट किए थे. केजरीवाल ने कहा कि जेटली का यह कहना कि उनके खिलाफ आप के आरोप ‘‘अप्रमाणित और अस्पष्ट” हैं, को ‘‘वेदवाक्य” नहीं माना जा सकता क्योंकि उन पर लगे आरोप ‘‘बहुत बहुत गंभीर” हैं.
केजरीवाल ने यह बयान ऐसे समय दिया है जब उन्होंने एक दिन पहले दिल्ली जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) में कथित भ्रष्टाचार के लिए केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली को कैबिनेट से हटाए जाने की मांग की थी. जेटली ने वर्ष 2013 से पहले 14 वर्षों तक डीडीसीए की अध्यक्षता की. जेटली ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए केजरीवाल की दुष्प्रचार तकनीक है जबकि वह स्वयं ‘‘कटघरे” में हैं.
आपको बता दें कि भ्रष्टाचार से जुड़े एक मामले के संबंध में 15 दिसंबर को केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के दफ्तर पर छापा मारा गया था, जिसके बाद आम आदमी पार्टी और केंद्र के बीच ताजा टकराव पैदा हुआ. दोनों पक्षों के बीच शुरू हुए राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप में ‘आप’ प्रमुख ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खिलाफ जमकर निशाना साधा. केजरीवाल ने दावा किया कि उनके दफ्तर पर छापा मारा गया जबकि सीबीआइ ने इस दावे को गलत बताया. वहीं राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे के बीच वित्त मंत्री ने भी इस दावे को खारिज किया.