नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 28 दिसंबर: कांग्रेस के मुखपत्र कांग्रेस दर्शन में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू पर आपत्तिजनक लेख छापा गया है। इसमें सोनिया के पिता को फासीवाद सैनिक बताया गया है जबकि नेहरू के कई फैसलों पर सवाल उठाए गए हैं।लेख में कहा गया है कि राजीव गांधी से शादी करने के बहुत समय बाद सोनिया ने भारत की नागरिकता अपनाई थी।
पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू पर भी उठाए सवाल
कांग्रेस की मुंबई यूनिट के इस मुखपत्र में कहा गया है कि भारत के सामने कश्मीर चीन और तिब्बत जैसे समस्याओं के लिए जवाहर लाल नेहरू जिम्मेदार हैं। पत्रिका में साफ-साफ कहा गया है कि नेहरू को स्वतंत्रता सेनानी और पूर्व गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की बात मानना चाहिए थी जो उन्होंने नहीं मानी थी।
नेहरू पटेल पर है विवादास्पद लेख
इससे पहले पार्टी ने शायद ही कभी इन दोनों नेताओं के बीच के मतभेद को उठाया गया हो लेकिन कांग्रेस दर्शन ने अब इस मुद्दे को उठाया है। ये लेख 15 दिसंबर को पटेल की पुण्यतिथि के मौके पर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए लिखा गया था। जिसमें कहा गया है पटेल के उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री बनने के बावजूद दोनों नेताओं के बीच रिश्ते तनावपूर्ण रहे और दोनों कार्यकाल के बीच में ही बार-बार इस्तीफा देने की धमकी देते रहे।
पार्टी ने लगाई निरुपम को फटकार
पत्रिका में छपे लेखों के लिए कांग्रेस सांसद नेता संजय निरुपम को पार्टी ने कडी फटकार लगाई है। निरूपम में ने पत्रिका में छपे लेखों में गलती के लिए माफी मांगी है। निरुपम ने कहा कि पत्रिका के लेख में जिन शब्द का इस्तेमाल किया गया है वो आपत्तिजनक हैं। इस भयंकर गलती को करने वालों के खिलाफ कढ़ी कार्रवाई होगी। सूत्रों की माने तो पार्टी आलाकमान ने इस गड़बड़ी के लिए निरुपम को फटकार लगाई और कहा कि वे खुद सफाई दें साथ ही दोषियों के खिलाफ एक्शन लें। निरुपम को आगे से ज्यादा ध्यान रखने की हिदायत दी गई है। इस गलती के लिए संजय निरुपम के खिलाफ कार्रवाई भी हो सकती है।
मोदी ने कहा कि अपने नेता को भूली कांग्रेस
पत्रिका के इस लेख में कहा गया है कि सरदार वल्लभभाई पटेल के जन्म दिवस 31 अक्टूबर को 2014 से नेशनल यूनिटी डे के तौर पर मनाया जा रहा है। लगता है कि मुंबई स्थानीय कांग्रेस कमेटी एमआरसीसी ये भूल गई है कि इसे विपक्षी दल भाजपा के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ये कहते हुए शुरू किया था कि कांग्रेस ने अपने नेता को भुला दिया है।