नवीन गुप्ता
नई दिल्ली, 30 दिसंबर: सरकार को अपने काम में बार-बार मिल रही असफलता के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी कैबिनेट का बदलाव करना चाहते है। कहा जा रहा है कि बिहार चुनाव में मिली हार के बाद से ही मोदी कैबिनेट में बदलाव करना चाहते है, लेकिन इसके लिए सरकार को योग्य प्रतिभाएं नही मिल रही है। मोदी अपनी टीम में हारे हुए या खराब प्रदर्शन करने वालों को नही रखना चाहते है। बीजेपी के सीनियर लीडर और मोदी के एक करीबी के अनुसार पीएम कई मंत्रियों की जिम्मेदारी में बदलाव करना चाहते है। इसके बाद अब कयास लगाए जा रहे है कि अगले साल में सरकार में कुछ बदलाव हो सकते है, लेकिन उससे पहले जरुरी है योग्य प्रतिभाओं का मिलना। दरअसल मोदी सरकार ने सत्ता में आने से पहले विकास और रोजगार बढ़ाने का एजेंडा लेकर आई थी और पार्टी को इसी आधार पर भारी बहुमत भी मिले थे। मोदी को जेटली के स्थान पर किसी और को लाने के लिए कोई उपयुक्त शख्स नही मिल रहा है। इस बात पर मोदी के प्रवक्ता व जेटली के कार्यालय से कोई भी पुख्ता जवाब नही मिला है। बीजेपी उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धि ने कहा है कि कांग्रेस के मुकाबले हमारे पास छोटा टैलेंट पुल है, लेकिन यह अब कुछ ही समय की बात है। हम अपना बेस बढ़ा रहे है। सूत्रों का कहना है कि अल्पसंख्यकों के खिलाफ बयान देने के कारण गिरिराज सिंह और निरंजन ज्योति से उनकी कुर्सी छीन सकती है।साथ ही विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपना पोर्टफोलियो बदलने की मांग की है। परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को कृषि मंत्रालय के अतिरिक्त प्रभार का प्रस्ताव दिया गया था, जिसे उन्होने स्वीकार नही किया।
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