नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 5 फरवरी: अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले में पहली बार प्रदेश की नीमका जेलों में बंद कैदियों द्वारा प्रदर्शनी लगाई गई है। इसके अलावा नीमका के बंदियों के साथ अन्य कारागारों के बंदियों ने भी प्रदर्शनी लगाई है। प्रदर्शनी को देखने पहुंचे जेल डीजीपी परविंदर राय ने कहा कि कैदियों द्वारा बनाई गए उत्पादों को जल्द बाजार में उतारा जाएगा। प्रदेश की जेलों में बंद कैदियों को पूरी सुविधाएं मिल रहीं हैं।
कैदियों द्वारा बनाए गए हस्तशिल्प के सामान को मेले में देखने पहुंचे जेल डीजीपी परविंदर राय उत्पादों को देखकर काफी खुश दिखाई दिए। उनका कहना है कि जल्द कैदियों के बनाए गए सामान को बाजार में बिक्री के लिए लाया जाएगा। इसके लिए बात चल रही है। कैदियों के कई प्रकार के सामान बनाए हैं, जिन्हें देखने के लिए मेले में आए दर्शक एकाएक देखकर रूक जाते हैं।
जेल विभाग की तरफ से नीमका जेल के सुप्रीडेंट दीपक शर्मा को मेले का नोडल अधिकारी बनाया है। जबकि गुडगांव भौंडसी जेल के सुप्रीडेंट हरेंद्र कुमार भी इस प्रदर्शनी को देखने पहुंचे।
इस मौके पर डीजीपी परविंदर राय ने दर्शकों को जानकारी देते हुए बताया कि कैदियों को मुख्यधारा से जोडऩे के प्रयासों के तहत यह प्रदर्शनी लगाई है।
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