स्कूली छात्राओं ने स्थापित कलाकारों के साथ चौपालों पर लगाई संगीत की झड़ी
जस्प्रीत कौर
फरीदाबाद,10 फरवरी: अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले में देश-विदेश की सांस्कृतिक कलाओं की अनूठी झलक बिखर रही है जिसे देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ जुट रही है। मेले की मुख्य चौपाल के साथ छोटी चौपाल पर भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी जा रही हैं लोग जिन्हें देखने का मौका नहीं चूक रहे।
सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले की मुख्य चौपाल और छोटी चौपाल पर बुद्धवार को देश-विदेश के कलाकारों ने अनूठी सांस्कृतिक छठा बिखेरी। पंजाब हिमाचल प्रदेश राजस्थान, उत्तराख्ंाड, उत्तर प्रदेश तथा झारखंड से आये कलाकारों ने शानदार कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी। इनमें स्कूली विद्यार्थियों ने हरियाणा का प्रतिनिधित्व करते हुए राज्य की समृद्धशाली संस्कृति को अपनी प्रस्तुतियों से दर्शाया। मेरा नौ डांडी का बीजणा की हरियाणवी समूह नृत्य की प्रस्तुति ने दर्शकों को भी झूमने पर मजबूर कर दिया। इनके साथ-साथ विभिन्न देशों से आये विदेशी कलाकारों ने भी शानदार नृत्य प्रस्तुतियां दी।
छोटी चौपाल पर दो स्कूली छात्राओं ने राधा-कृष्ण के नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति में दोनों के मध्य होने वाली अठखेलियों का सुंदर चित्रण किया। पंजाबी की कुडि?ों ने गिद्दे में बोलियां सुनाई जिससे पंजाब की संस्कृति को समझा जा सकता है। छोटी चौपाल पर स्कूली छात्राओं ने ही जोशिले भंगड़़े की प्रस्तुति दी जिस पर दर्शक भी नाच उठे। यहां सामाजिक जिम्मेदारी को भी खूब निभाया गया। जिसके अंतर्गत एक नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति दी गई। नाटक के माध्यम से लोगों को आर्थिक रूप से दी जाने वाली सहायता इत्यादि की जानकारी दी गई और लोगों को बचत के लिए प्रोत्साहित किया गया।
मंगलवार की संगीत संध्या रही तेलंगाना के नामरू
अंतर्राष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले में मंगलवार को संगीत संध्या मेले के थीम स्टेट तेलंगाना के नाम रही। तेलंगाना के कलाकारों ने प्रभावशाली रूप में लोक नृत्यों की प्रस्तुतियां दी। उन्होंने सामूहिक लोक नृत्यों में तेलंगाना की संस्कृति से रूबरू करवाने का प्रयास किया।