महिला दिवस पर स्वयं सिद्ध कार्यक्रम का किया जाएगा समापन
नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 13 फरवरी: महिला सशक्तिकरण के उद्वेश्य के साथ शुक्रवार को स्वयं सिद्ध-सैलिब्रेटिंग बींग ए वूमन की शुरुआत की गई। कार्यक्रम का आयोजन मानव रचना इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज व सिद्धु सरीजन एनजीओ के द्वारा किया जा रहा है। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मानव रचना शैक्षणिक संस्थान की चीफ पैटर्न सत्या भल्ला मौजूद रही। विशिष्ट अतिथि के रूप में मानव रचना इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ० एनसी वाधवा, अकैडमिक स्टाफ कॉलेज की डॉयरेक्टर गोल्डी मल्होत्रा, एफएमएस की डीन डॉ० छवि भारगव व सिंद्धु सरीजन की प्रेसिडेंट उपासना अग्रवाल मौजूद रही।
कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण का संदेश देने के उद्वेश्य से आयोजित किया जा रहा है। 12 फरवरी को शुरू किए गए इस कार्यक्रम का समापन 8 मार्च को महिला दिवस के मौके पर किया जाएगा। एक महीने के इस कार्यक्रम में अपने प्रतिभा का परिचय दे चुकी महिलाओं को बुलाया जाएगा। यह महिलाएं महिला सशक्तिकरण का परिचय देते हुए अन्य महिलाओं को प्रोत्साहित करेंगे। कार्यक्रम में जानी-मानी महिला कैबिनेट मिनिस्टर के साथ-साथ जानी मानी महिला डॉ० इशी खोसला, डॉ० नीता धबई शिरकत करेंगी।
कार्यक्रम के उद्वघाटन समारोह के मौके पर मानव रचना इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के फैकल्टी ऑफ मीडिया स्टडीज की डीन डॉ० छवि भारगव शर्मा ने कहा यह प्रोग्राम महिलाओं के आत्मसपर्म, गहनशीलता, प्यार आदि खुबियों का परिचय कराने का एक जरिया है।
कार्यक्रम के लोगों को लांच करते हुए एमआरईआई की चीफ पैटर्न सत्या भल्ला ने कहा कि महिला परिवार को एक साथ जोड़कर रखने का काम करती है। महिला केवल एक रोल नहीं बल्कि, बेटी, पत्नी, मां कई रोल को एक साथ निभाती है। आज के समय में महिला परिवार की जिम्मेदारी के साथ बाहर जाकर पुरुषों की भी बराबरी कर रही हैं। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम महिलाओं को समाज में अपना स्थान दिलाने में मदद करने के साथ-साथ उनके सशक्तिकरण की आवाज बनेगा।
इस मौके पर मानव रचना इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ० एनसी वाधवा ने कहा कि आज देश व समाज के विकास के चक्र में महिलाओं का बराबर का योगदान है। आज की सोसायटी को महिलाओं की जरूरत व उसकी सुरक्षा के लिए गंभीर होने की जरूरत है।
वहीं दूसरी ओर अकैडमिक स्टाफ कॉलेज एंड एडमिनिस्ट्रेशन की डॉयरेक्टर गोल्डी मल्होत्रा ने कहा कि महिला ने अपने अधिकारों के लिए हमेशा से संघर्ष किया है। इसलिए उन्होंने सभी स्टूडेंट्स को आग्रह किया कि महिलाएं पुरुषों के बराबर नहीं बल्कि उससे ऊपर है। इसलिए खुद में विश्वास रखों और आगे बढ़ो।