नेहा राघव
फरीदाबाद, 18 फरवरी: आजकल महिलाओं के लिए ऑटो रिक्शा में सवारी करना किसी रिस्क से कम नहीं हैं। कारण हैं ऑटो रिक्शा में महिलाओं की इज्जत पूरी तरह से सुरक्षित ना होना। आजकल देशभर में इसी सिलसिले में इस तरह की कई वारदातें सामने आ रही हैं। ऑटो रिक्शा में कभी महिलाओं के साथ छेडख़ानी की जाती है तो कभी उनके साथ लूट-पाट का मामला सामने आता है। या यूं कहें कि आज का मर्द ये भूल गया है कि एक महिला का उसकी जिंदगी में क्या स्थान और योगदान है। वो महिला ही है जो उसे जीवनदान देती है। वो महिला ही है जो जिंदगी भर हर सुख-दुख में उनका साथ देती है। लेकिन आज ये लोग उसी महिला से ऐसे पेश आते है जैसे वो उनके पैरों की जूती हों। आज की नारी वैसे तो हर काम में मर्दों के साथ कंधे से कंधा मिलाने का साहस रखती है पर दूसरी तरफ आज भी वो घर से बाहर निकलने से पहले सौ बार सोचती है कि कहीं आज भी उसके साथ कुछ गलत घटित ना हो जाए।
जब कोई महिला ऑटो में बैठती है तो उसे हजारों परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जैसे कि कभी कोई आदमी अगर किसी महिला के साथ बैठ जाता है तो वह मौके का फायदा उठाकर महिला को छूने की कोशिश करता है। और कभी-कभी तो ऑटो चलाने वाला ही महिलाओं के साथ बद्तमीज़ी पर उतर आता है। कभी ऐसा भी होता है कि महिला को जगह की जानकारी न होने पर ऑटो चालक उसे किसी सुनसान इलाके में ले जाकर अपने अन्य साथियों के साथ पहले तो उसके साथ लूट-पाट करता है और फिर अपने नापाक इरादों को अंजाम देकर वहां से उस महिला को मरने के लिए छोड़कर फरार हो जाता है। कई बार तो ऑटो चालक व ऑटो में सवार लोग ही एक गिरोह के रूप में मिले हुए होते है और जैसे ही कोई महिला सवारी आकर बैठती है वह लोग पहले तो उसे डरा-धमकाकर व चाकू या पिस्तौल दिखाकर उसके ए.टी.एम. से सारा कैश निकलवा लेते है फिर बाद में उसे किडनैप भी कर लेते है और उसके घर वालों से उनकी बेटी की जान के बदले फिरौती की रकम मांगते है जिसके मिलने के बाद भी कोई गारंटी नहीं है कि उनकी बेटी उन्हें वापिस मिलेगी भी या नहीं। अक्सर इन वारदातों को रात के अंधेरे में अंजाम दिया जाता है लेकिन यह कहना भी गलत नहीं होगा कि दिन में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं है।
हालांकि पुलिस ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए ऑटो रिक्शाओं पर 1091 टोलफ्री नंबर भी प्रिंट करवा रखा है। ताकि वो किसी अप्रिय घटना होने पर इसकी शिकायत पुलिस को कर सकें। लेकिन पुलिस की यह योजना ठीक ढंग से सिरे नहीं चढ़ पा रही है।