फाईनेंसर बनाम इंवेस्टर मामले में मैट्रो प्लस का खुलासा, पार्ट-4
मैट्रो प्लस
फरीदाबाद, 30 अप्रैल (नवीन गुप्ता): अपनी जीवनभर की पूंजी को शहर के बिल्डरों तथा फाईनेंसरों के पास जमा करवाने के बाद अब उस रकम को वापिस लेने के लिए निवेशकों को भारी मशक्कत करनी पड़ रही है। रकम वापिस लेने के लिए निवेशकों द्वारा कहीं प्रदर्शन किए जा रहे हैं तो कहीं बिल्डरों के कार्यालय में जाकर अपने कपड़े उतराने तथा आत्मदाह करने के लिए मिट्टी के तेल की केन/बोतल ले जाने के मामले प्रकाश में आ रहें हैं। पिछले दिनों पीयूष ग्रुप के वाईएमसीए चौक स्थित कॉरपोरेट कार्यालय में जहां एक महिला अपनी रकम वापिस लेने के लिए मिट्टी के तेल की केन लेकर आत्मदाह करने के लिए पहुंच गई वहीं हाल ही में पीयूष ग्रुप द्वारा जारी किए गए चैक के डिस्ऑनर हो जाने पर एक अन्य महिला निवेशक कंपनी के मेन गेट पर लेट गई और रास्ता ब्लॉक कर दिया। परिणाम यह निकला कि महिला निवेशक को उसकी रकम मिल गई। वहीं दूसरी तरफ बिल्डरों तथा फाईनेंसरों द्वारा अपने निवेशकों का उनकी रकम का ब्याज सहित चैक देकर जो उनकी संतुष्टि करने का प्रयास किया जा रहा है, उनका वह प्रयास अब फेल होता नजर आ रहा है। कारण है इन चैकों का डिस्ऑनर होना तथा चैकों पर दो-तीन साल की बाद की तारीख होना है। जिससे कि निवेशकों में बिल्डरों तथा फाईनेंसरों के प्रति गुस्सा भरा हुआ है। जिसके चलते ये निवेशक दोबारा से बिल्डरों तथा फाईनेंसरों के खिलाफ लामबंद होने लगे हैं।
फाईनेंसर बनाम इंवेस्टर मामले में जल्द ही फिर से देखिए पत्रकार नवीन गुप्ता की खास रिपोर्ट। पार्ट-5 में। -क्रमश: