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फरीदाबाद, 21 जून (नवीन गुप्ता): शहर के डॉक्टरों की करीब 600 मेंबरों वाली आईएमए का प्रधान इस बार वर्ष 2016-17 के लिए सूर्या ऑर्थाे अस्पताल के डायरेक्टर डा० सुरेश अरोड़ा को चुना गया है। होटल डिलाईट में सम्पन्न हुए चुनावों में 80 प्रतिशत मतदान के साथ 436 वोट डाले गए। प्रधान पद के लिए डा० नरेश जिंदल एवं डा० सुरेश अरोड़ा आमने-सामने थे, जिसमें डा० सुरेश अरोडा को 280 वोट मिले, जबकि डा. नरेश ङ्क्षजदल को मात्र 150 वोट ही मिले, जबकि 6 वोट रद्द हो गए। इस प्रकार श्री अरोड़ा को आईएमए का वर्ष 2016-17 का प्रधान चुन लिया गया। डा० सुरेश के साथ नरेश जिंदल, राजीव गुम्बर, संजय टुटेजा, सीके मिश्रा वाईस प्रेसीडेंट चुने गए। चुनाव कमेटी में डा० आरसी अरोडा, डा० बीके शर्मा, डा० अनिल गोयल, डा० भटटाचार्य, डा० रस्तोगी आदि ने भी हिस्सा लिया।
इस अवसर पर आईएमए के नवनियुक्त प्रधान डा० सुरेश अरोड़ा ने कहा कि उन्हें जो जिम्मेदारी मिली है, उसे वह पूरी निष्ठा व ईमानदारी से निभाते हुए एसोसिएशन के सदस्यों के हितों के लिए कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। डा. अरोडा ने बताया कि वह सीई एक्ट न लगाने के लिए कड़ा विरोध करेंगे। इस एक्ट से छोटे नर्सिंग होमों पर बुरा असर पडता है। यह एक कड़ा कानून है, जिससे छोटे नर्सिंग होम बंद हो सकते है। ऐसे में गरीब और मध्यमवर्गीय लोग जो बड़े अस्पतालों में नहीं जा सकते, इन नर्सिंग होमों में इलाज करवाते है, उनके समक्ष परेशानी पैदा हो जाएगी। उन्होंने बताया कि वह पहले भी विरोध कमेटी के प्रेसीडेंट रहे है। इसके अलावा हरियाणा मेडिकेयर एक्ट सेक्शन 3 सुचारु कराने के लिए वह पुलिस कमिश्रर से मिलेंगे। इस एक्ट के दौरान अगर कोई असामाजिक व्यक्ति अस्पताल में तोडफ़ोड़ करता है तो उसे तुरंत गिरफ्तार किया जाए।
इसके अलावा आईएमए एसोसिएशन बेटी बचाओ और भू्रण हत्या जैसी कुरीतियों के खिलाफ भी अभियान चलाएगी और लोगों को जागरुक करेगी, अगर कोई एसोसिएशन का सदस्य इन कार्याे में संलिप्त पाया गया तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि जल्द ही न्यू मेम्बरशिप अभियान भी चलाया जाएगा और एसोसिएशन द्वारा समय-समय पर ब्लड डोनेशन कैम्प, हैल्थ चैकअप कैम्प का भी आयोजन किया जाएगा।
गौरतलब है कि डा० अरोडा पिछले 28 वर्षाे से चिकित्सा क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहे है। उन्होंने बताया कि एसोसिएशन डाक्टरों के लिए सरकार से जगह आवंटित करने की भी मांग रखेगी ताकि डाक्टर एक जगह बैठक कर सलाह मशविरा कर सके।
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