एनआईटी क्षेत्र में पुनर्वास विभाग की सरकारी जमीनों पर कब्जे करने का धंधा जोरों पर: भूमाफियों के कई गैंग सक्रिय
मैट्रो प्लस
फरीदाबाद, 23 जून (जस्प्रीत कौर):एनआईटी क्षेत्र में आजकल रिहेब्लीटेशन (पुनर्वास) विभाग की सरकारी जमीनों पर कब्जे करने का धंधा जोरों पर है, खासकर एनएच-5 में। इसके लिए यहां भूमाफियाओं के कई गैंग सक्रिय हैं। सरकारी जमीनों पर इन कब्जों को करवाने में क्षेत्र का एक पूर्व पार्षद तथा उसका एक भाई जोकि एक मंदिर का प्रधान भी है, भी अपनी विशेष भूमिका निभा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला हाल ही में सामने आया है जिसमें सरकारी जमीन पर कब्जा करने को लेकर इस पूर्व पार्षद ने प्रदीप मल्होत्रा उर्फ दीपा नामक एक व्यक्ति को आगे करके उससे एनएच-5 डी ब्लॉक में रहने वाले दीपक नामक एक युवक के खिलाफ थाने में झुठी रिपोर्ट करवा दी है ताकि वे लोग सरकारी जमीन पर कब्जा कर सकें।
एनएच-5 डी ब्लॉक के मकान नम्बर-105 में रहने वाले दीपक सचदेवा ने बताया कि उन्होंने गत् 22 दिसम्बर, 2011 को नीना लुथरा धर्मपत्नी अजय लुथरा से 171 वर्गगज का उक्त मकान खरीदा था जोकि उनकी माता उषा रानी के नाम है। बकौल दीपक उनके इस मकान के सामने साथ लगती करीब 100 वर्गगज जमीन पुनर्वास विभाग की है जिस पर कि पिछले कई सालों से उनका कब्जा है। दीपक ने बताया कि हाल ही में क्षेत्र के पूर्व पार्षद नरेश गोंसाई ने उनके पिताजी पिशोरी लाल को मेरे सहित दो बार अपने पास बुलाया और पुनर्वास विभाग की उक्त जमीन को खाली करने के लिए हमारे पर दबाव डाला। और कब्जा ना खाली करने की सूरत में उन्हें किसी ना किसी झुठे केस में फंसवाने तथा जान से मरवाने की धमकी भी दी। दीपक के मुताबिक इसी के चलते पूर्व पार्षद नरेश गोंसाई आदि ने उनके खिलाफ प्रदीप मल्होत्रा उर्फ दीपा से थाने में एक झुठी शिकायत भी करवा दी।
दीपक सचदेवा ने बताया कि पूर्व पार्षद नरेश गोंसाई तथा उसका भाई ललित गोंसाई इससे पहले भी 5बी/14 के साथ लगते करीब 207 वर्गगज का प्लॉट भी धोखाधड़ी कर हड़प चुके हैं। इस प्लॉट पर इन भाईयों ने पहले तो अपने एक जानकार राजीव बजाज उर्फ शैली का कब्जा करवा दिया तथा राकेश सिंगला के पैसे लगवा दिए और बाद में इन दोनों को इन्हें मारपीट कर भगा दिया तथा उक्त प्लॉट पर अपना कब्जा कर लिया जोकि आज भी बरकरार है।
बकौल दीपक, यही नहीं इन दोनों भाईयों ने एनएच-5 मार्किट में ही खुराना हैंडलूम की कब्जे वाली दुकान खरीदी और जब खुराना ने इनके धमकाने पर भी दुकान खाली नहीं की तो इन्होंने खुराना को जान से मारने की कोशिश भी की। इस मामले में इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 307 के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ था। वो बात अलग है कि शहर के एक रसूखदार पत्रकार रैपको राजू की इस मामले में सिफारिश के चलते तत्कालीन डीएसपी दर्शनलाल मलिक ने उस समय यह मुकदमा रद्द कर दिया था।
दीपक का कहना है कि यदि पूर्व पार्षद नरेश गोंसाई, उसके भाई ललित गोंसाई तथा पुलिस ने इस मामले में उसे तंग करने की कोशिश की तो वो इनके खिलाफ पुलिस कमिश्रर को शिकायत करेंगे।
इस मामले में पूर्व पार्षद नरेश गोंसाई, उसके भाई ललित गोंसाई तथा प्रदीप मल्होत्रा उर्फ दीपा से उनका पक्ष जानना चाहा लेकिन उनसे सम्पर्क नहीं हो सका।
पूर्व पार्षद नरेश गोंसाई
ललित गोंसाई