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फरीदाबाद, 15 जुलाई (नवीन गुप्ता): जिला अदालत परिसर में एक बार फिर जज और वकील आमने-सामने होने लगे हैं। अदालती कार्यवाही में वकीलों द्वारा व्यवधान पैदा करने के किस्से यहां कोई नए नहीं हैं। इससे पहले भी अदालती कार्यवाही में बाधा तो छोड़ो जजों से दुव्र्यवहार तक के केस भी होते रहे हैं। इस तरह के मामलोंं में यहां के वकीलों को सजा तक भी हुई हैं। हालांकि पिछले कुछ समय से इस तरीके के मामले सुनने व देखने को नहीं मिल रहे थे लेकिन अब लगता है दोबारा से अदालत में ऐसे किस्से-कारनामें होनेे लगे हैं। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश कुलदीप सिंह द्वारा जिला बार के पूर्व प्रधान संजीव चौधरी एडवोकेट को दी गई चेतावनी को देखकर तो कम से कम ऐसा ही लगता है।
जानकारी के मुताबिक अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश माननीय कुलदीप सिंह की अदालत में कोर्ट परिसर फरीदाबाद में मार्च-2006 में हुए बहुचर्चित गोलीकांड को लेकर वीरवार 14 जुलाई को सुनवाई चल रही थी। सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष के वकील संजीव चौधरी द्वारा बार-बार अदालत की कार्यवाही में व्यवधान पैदा किया जा रहा था। बताते है कि बार-बार कहने के बाद भी जब वकील संजीव चौधरी ने व्यवधान पैदा करना बंद नहीं किया तो मामले की सुनवाई कर रहे पीठासीन अधिकारी एवं अतिरिक्त सत्र न्यायधीश माननीय कुलदीप सिंह ने इस मामले में कड़ा रूख अपनाते हुए संजीव चौधरी को चेतावनी देते हुए कहा कि वो कार्यवाही में व्यवधान न डाले। कोर्ट में गोली लगने से पीडि़त गवाह राकेश भड़ाना जो पूर्व मंत्री महेन्द्र प्रताप का भतीजा है, का ब्यान रिकार्ड किया जा रहा था। कार्यवाही में बार-बार व्यवधान डालने पर न्यायधीश महोदय ने दफा 228 आईपीसी के तहत कार्यवाही करने की चेतावनी देते हुए कार्यवाही की नकल माननीय जिला एवं सत्र न्यायधीश को भेजने का आदेश भी पारित कर दिया।
ध्यान रहे कि जिला बार में वकीलों के अलग-अलग कई गुट है जोकि प्रशासन पर नाजायज दबाव बनाकर गुण्डा तत्वों का बचाव करने की पुरजोर कोशिश करते रहते हैं। लेकिन इस कार्यवाही से ऐसे वकीलों के हौंसले पस्त दिखाई दे रहे हैं।
लायर्स फॉर एजूकेशन ने अपनी एमरजेन्सी मीटिंग बुलाकर न्यायालय की पहल का स्वागत करते हुए इसे आम जनता में विश्वास कायम करने तथा गुण्डा तत्वों पर लगाम लगाने वाला कदम बताया है। लायर्स फॉर एजूकेशन के फरीदाबाद कमेटी के प्रधान पंकज पाराशर ने न्यायालय के इस कदम की सराहना की है। बैठक में फोरम के कंवीनियर ओ.पी. शर्मा के अलावा एस.आर. जाखड़, राजेन्द्र शर्मा, राधेश्याम पाराशर जिला बार के पूर्व प्रधान, राजकुमार शर्मा, सचिन पाराशर, सूर्यमोहन, रामकिशन कौशिक, सुंदर सिंह वगैरा भी मौजूद थे।
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