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फरीदाबाद, 1 सितंबर (नवीन गुप्ता): नरेन्द्र मोदी देश की आजादी के बाद ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं जिन्होंने युवाओं को रोजगार देने की दिशा में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना सहित मेक इन इंडिया व स्टैंड.अप इंडिया जैसी महत्वपूर्ण स्वरोजगार योजनाएं शुरू की हैं। यह उदगार केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने यहां एनआईटी स्थित नगर-निगम सभागार में जिला अग्रणी बैंक, सिंडीकेट बैंक की ओर से प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत जिला के स्व-रोजगारियों के लिए आयोजित ऋण राशि चैक वितरण एवं जागरूकता समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए प्रकट किए। उन्होंने दीपशिखा प्रज्जवलित करके समारोह का शुभारंभ किया। श्री गुर्जर ने विभिन्न बैंकों के माध्यम से स्वीकृत ऋण राशि के चैक लगभग 70 स्वरोजगारियों को भेंट किए। इस अवसर पर भाजपा के जिलाध्यक्ष एडवोकेट गोपाल शर्मा, अतिरिक्त उपायुक्त जितेन्द्र दहिया, सिडबी के महाप्रबंधक संजय गोयल, नाबार्ड के डीडीएम निर्मल कुमार, सिंडिकेट बैंक के फरीदाबाद क्षेत्रीय प्रबंधक केके अग्रवाल, भारतीय युवा शक्ति ट्रस्ट के सदस्य सेवानिवृत मेजर जनरल एसके दत्त तथा अग्रणी जिला प्रबंधक इन्द्रमोहन शर्मा प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
श्री गुर्जर ने कहा कि श्री मोदी द्वारा शुरू की गई प्रधानमंत्री जन-धन योजना के फलस्वरूप देश में लगभग उन 26 करोड़ लोगों के बैंक बचत खाते खोले जा चुके हैं जिन्होंने इससे पहले कभी भी बैंक की दहलीज पर जाकर बैंक का मुंह नहीं देखा था। इससे पहले बैंक खाताधारकों की संख्या पूरे देश में लगभग पांच करोड़ तक ही सिमटी हुई थी। इस स्कीम के फलस्वरूप लोग बैंकों में बचत करना सीख चुके हैं और अपने लायक किसी न किसी छोटे व्यवसाय से जुडऩे में भी उन्हें मदद मिली है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत दो लाख रूपए, जीवन ज्योति योजना में भी दो लाख रूपये तथा उक्त योजना के तहत एक लाख रूपए की दुर्घटना बीमा योजना की सुविधा को मिला कर आज इस योजना के खाताधारक गरीब लोग लगभग पांच लाख रूपये तक की बीमा राशि पाने के हकदार बन चुके हैं। जबकि उन्हें इसके लिए प्रीमियम की राशि एक रूपया प्रतिदिन से अधिक नहीं देनी होती है। इसके अलावा अटल पैंशन योजना के माध्यम से भी गरीब व जरूरतमंद लोगों का आर्थिक भविष्य सुखमय बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के फलस्वरूप ऋण राशि के तीन वर्ग तय किए गए हैं। इनके अंतर्गत प्राथमिक एवं शिशु वर्ग में 50 हजार रूपए तक, दूसरे एवं किशोर वर्ग में 50 हजार रूपए से 5 लाख रूपए तक तथा तीसरे व तरूण वर्ग में 5 लाख से 10 लाख रूपए तक का ऋण बैंकों के माध्यम से बिना किसी गारंटी के ही दिया जाता है और स्वरोजगार से जुड़ी कोई भी चीज अथवा मशीनरी को ही बैंक की तरफ से गारंटी के रूप में माना जाता है ताकि गरीब व्यक्ति आसानी से ऋण लेकर स्वरोजगार शुरू कर सके। इससे सुक्ष्म एवं लघु उद्योगों को भी वित्तीय मदद लेने में बहुत आसानी महसूस हो रही है। श्री गुर्जर ने सभी ऋणधारकों को शुभकामनाएं देते हुए उनसे ऋण राशि को सही तरीके से अपने व्यवसाय में इस्तेमाल करने की अपील की ताकि वे भविष्य में अपना बड़ा करोबार खड़ा करने में सक्षम बन सके। समारोह के आयोजकों की तरफ से श्री गुर्जर को स्मृति चिन्ह स्वरूप पौधा भेंट करके सम्मानित किया गया।
समारोह को जितेन्द्र दहिया, संजय गोयल, केके अग्रवाल, निर्मल कुमार तथा मेजर दत्त ने भी संबोधित करते हुए अपनी संबन्धित योजनाओं एवं कार्यक्रमों के संबन्ध में विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला। कुमारी अवनी कथूरिया ने मुख्य अतिथि श्री गुर्जर का स्वागत व्यक्त किया। एलडीएम इन्द्रमोहन शर्मा ने जिला की बैंकिंग व्यवस्थाओं एवं योजनाओं के संबन्ध में जानकारी देते हुए श्री गुर्जर का स्वागत व्यक्त किया।
इस अवसर पर भाजपा नेता संजीव भाटी, अजय बैंसला व अमित मिश्रा, जिला उद्योग केन्द्र के उपनिदेशक भीम सिंह, अग्रणी बैंक अधिकारी सतविन्द्र सिंह, बैंक प्रबन्धक जेपी जिन्दल, अशोक कुमार, मनीष कुमार, राजेश कुमार, शिव कुमार, आरके अरोड़ा, डीपी घोशल, मोहन लाल व राजन कुमार सहित कई अन्य अधिकारी, संबन्धित लाभार्थी, आईटीआई प्रशिक्षु एवं गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।