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फरीदाबाद, 14 सितंबर (नवीन गुप्ता): विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल में हिन्दी पखवाड़ा आयोजित किया गया। एक सितंबर से 15 सितंबर तक चलने वाले इस आयोजन के दौरान हिन्दी पर आधारित विभिन्न प्रतियोगिताओं और हिन्दी प्रसारित करने वाले कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। कार्यक्रमों में छात्रों के साथ स्कूल के अध्यापक एवं अध्यापिकाओं ने भी पूरे उत्साह के साथ हिस्सा लिया। बच्चों में हिन्दी भाषा के प्रति जागरूकता और सम्मान का बोध विकसित करने के लिए मुख्य रूप से कविता वाचन, निबंध लेखन, स्लोगन लेखन और पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता का आयोजन हुआ।
स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती शिवानी श्रीवास्तव ने बताया कि भारत में प्रत्येक वर्ष 14 सितंबर को हिन्दी दिवस मनाया जाता है। हिन्दी विश्व में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषाओं में से एक है और अपने आप में एक समर्थ भाषा है। प्रकृति से यह उद्वार ग्रहणशील, सहिष्णु और भारत की राष्ट्रीय चेतना की संवाहिका है। हिंदी पखवाड़े के दौरान कक्षा पहली से तीसरी तक के बच्चों के लिए 9 सितंबर को क्रिएटिव राइटिंग प्रतियोगिता रखी गई। 12 सितंबर को एक्सटैंपो हिन्दी विषय पर स्पीच सैशन हुआ जिसमें कक्षा 4 एवं कक्षा 5 के बच्चों ने हिस्सा लिया। जिसमें टयूलिप हाऊस की दिशा अधाना एवं पायल सरदाना ने क्रमश: प्रथम एवं द्वितीय तथा जैसमिन हाऊस से देव दीक्षित ने तृतीय स्थान हासिल किया। 14 सितंबर को स्कूल में हाऊसवाइज हिन्दी भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें कक्षा 6ठी से 8वीं तक के प्रत्येक हाऊस से विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में जैसमिन हाऊस से नितिन तालान ने प्रथम एवं टयूलिप हाऊस से स्नेहा यादव एवं वंशिका यादव ने क्रमश: द्वितीय एवं तृतीय स्थान हासिल किया।
इस अवसर पर स्कूल के डॉयरेक्टर दीपक यादव ने कहा कि विश्व की एक प्राचीन, समृद्ध तथा महान भाषा होने के साथ ही हिन्दी हमारी राष्ट्रभाषा भी है, अत: इसके प्रति अपना प्रेम और सम्मान प्रकट करने के लिए ऐसे आयोजन होने चाहिए। श्री यादव ने कहा कि भारत की स्वतंत्रता के बाद 14 सितंबर, 1949 को संविधान सभा ने एक मत से यह निर्णय लिया कि हिन्दी ही भारत की राष्ट्रभाषा होगी। इसी महत्त्वपूर्ण निर्णय के महत्त्व को प्रतिपादित करने तथा हिन्दी को हर क्षेत्र में प्रसारित करने के लिये राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के अनुरोध पर सन् 1953 से संपूर्ण भारत में 14 सितंबर को प्रतिवर्ष ‘हिन्दी दिवसÓ के रूप में मनाया जाता है। आज भारत-भाषा हिन्दी भविष्य में विश्व-वाणी बनने के पथ पर अग्रसर है। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा एकाधिक अवसरों पर अमरीकियों को हिन्दी सीखने के लिए सचेत करते हुए कह चुके हैं कि हिन्दी सीखे बिना भविष्य में काम नहीं चलेगा। यह सलाह अकारण ही नहीं है। ऐसे में हमें गर्व होना चाहिए और हिन्दी को विश्व भाषा बनाने के लिए उसे सम्मान देना चाहिए।
स्कूल के अकेडमिक डॉयरेक्टर सीएल गोयल ने इस आयोजन के लिए कॉर्डिनेटर योगेश चौहान एवं अन्य सभी अध्यापक, अध्यापिकाओं को काफी सराहा और उन्हें शुभकामनाएं दीं।
विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल में उत्साह के साथ मनाया हिन्दी दिवस:-
विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल में हिन्दी दिवस पूरे उत्साह के साथ मनाया गया। इस दिवस के उपलक्ष्य पर विद्यार्थियों के लिए सुंदर लिखाई, कविता एवं प्रश्न उत्तर प्रतियोगिताएं करवाई गई। विभिन्न प्रतियोगिताओं में पहले, दूसरे और तीसरे स्थान पर आने-वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया। हिंदी दिवस के अवसर पर बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए स्कूल के डॉयरेक्टर दीपक यादव ने कहा कि हिंदी दिवस 14 सितंबर को संवैधानिक सभा द्वारा हिंदी को राष्ट्र भाषा के रुप में स्वीकार किया था और 1953 से हर वर्ष 14 सितंबर को मनाने का फैसला लिया गया था। आज हिंदी विश्व में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली दूसरी भाषा है। श्री यादव ने विद्यार्थियों को मातृ भाषा एवं राष्ट्र भाषा का सम्मान करने की प्रेरणा दी।
स्कूल की हेडमिस्टरेस श्रीमती ज्योति चौधरी ने बच्चों को राष्ट्रभाषा के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि 1918 में हिन्दी साहित्य सम्मेलन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने को कहा था। गांधी ने हिंदी को जनमानस की भाषा भी बताया था। साल 1949 में स्वतन्त्र भारत की राजभाषा के प्रश्न पर 14 सितंबर 1949 को काफी विचार-विमर्श के बाद यह निर्णय लिया गया कि ‘संघ की राज भाषा हिन्दी और लिपि देवनागरी होगी। क्योंकि यह निर्णय 14 सितंबर को लिया गया था। इसी वजह से इस दिन को हिन्दी दिवस के रूप में घोषित कर दिया गया। इस मौके पर स्कूल के सभी अध्यापक एवं अध्यापिकाएं उपस्थित रहे।