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फरीदाबाद, 24 सितंबर (मोहित गुप्ता): उरी में हुए आंतकी हमले में मारे गए सैनिकों को श्रद्वाजंलि देने के लिए स्माईल कैंपेन संस्था ने विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर कैंडल मार्च का आयोजन किया। कैंडल मार्च की अगुवाई मेजर सेवानिवृत एसके दत्त पद्मश्री पुरस्कार विजेता ब्रह्मदत्त, आरटीआई कार्यकर्ता ओपी धामा और संस्था अध्यक्ष प्रदीप महापात्रा ने संयुक्त रूप से किया।
बीके स्थित मीडिया सेंटर पर इकत्रित हुए पूर्व सैनिकोंं के साथ शहर के नागरिकों ने उड़ी में हुए हमले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। रिटायर्ड मेजर जनरल एसके दत्त ने कहा कि अब पाक को मुंह तोड़ जवाब देना होगा हालांकि यह सरकार तय करेगी। वर्तमान में सीधी जंग लडऩे से बेहतर है कि पाकिस्तान को आर्थिक, कूटनीतिक और विश्वमंच पर घेर कर जवाब दिया जाए। पद्मश्री डॉ० ब्रह्मदत्त ने कहा कि यह पाकिस्तान की कायराना हरकत है भारत सरकार को इसका मुंंहतोड़ जवाब देना चाहिए। महासचिव विमल खंडेलवाल ने कहा कि सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद का घेराव कर रही है तो नागरिकों को चाहिए कि वह लोगों को आतंकवाद के खिलाफ जागरूक कर देश की रक्षा मजबूत करने मेेंं योगदान दे। कैंडल मार्च बीके चौक से नीलम चौक होते हुए वापस मीडिया सेंटर पहुंची, यहां दो मिनट का मौन रख शहीद फौजियों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
मार्च में पूर्व सैनिक अमर सिंह, राम प्रकाश, भीम सिंह लांबा के अलावा आरटीआई कार्यकर्ता रवींद्र चावला, ओपी धामा, ग्रीवांस कमेटी के सदस्य आनंद कांत भाटिया, पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर मुकेश शर्मा, डिप्टी मेयर राजेंद्र भामला, वरिष्ठ भाजपा नेता सुखवीर शर्मा मलेरना, एबीवीपी नेता बलराम भारद्वाज, राहुल डागर, युवा आगाज के जसवंत सैनी, न्यू जन सेवा दल के केवल भाटिया, भीम सिंह लांबा, नंद किशोर शर्मा, राहुल डागर, मधुसूदन माटोलिया, एनएसयूआई के कृष्ण अत्रि, मनीष टोंगर, मनदीप, मोहित आहूजा, अनुज खंडेलवाल, सौम्य सहित गण्यमान्य नागरिक मौजूद रहे।