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फरीदाबाद, 8 अक्टूबर (जस्प्रीत कौर): नवरात्रों के सातवें दिन मां वैष्णवदेवी मंदिर तिकोना पार्क में मां दुर्गा के सातवें स्वरूप कालरात्रि की अराधना की गई। भगवान शंकर की शक्ति कहलाई जाने वाली मां दुर्गा की पूजा अर्चना करने के लिए मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा। मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने मां दुर्गा की पूजा का शुभारंभ करवाया। इस अवसर पर मंदिर संस्थान के चेयरमैन प्रताप भाटिया, महामंत्री इंद्रजीत सिंह सब्बरवाल, कोषाध्यक्ष गिर्राजदत्त गौड़, समाजसेवी कंवल खत्री एवं बसंत कालड़ा, प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
पूजा के अवसर पर भक्तों को संबोधित करते हुए प्रधान जगदीश भाटिया ने कहा कि मां दुर्गा के इस स्वरूप के बारे में यह प्रचलित है कि वह रूद्राणी रूप में कभी भक्तों का कल्याण करती है तो कभी चंडिका बनकर चंड-मुंड का सर्वनाश करती है। वह रक्तदातिका बनकर रक्तबीज का वध करती है। देवासुर संग्राम में दैत्यों का सर्वनाश करती है। काली जी और शंकर जी का स्वभाव एक सा ही है। एक बार गौरवर्णा देवी को शंकर जी ने काली कह दिया, तब से काली नाम से वह लोकप्रसिद्व हो गई। वह महामाया के साथ पूजी जाए तो उसका फल दुगुना हो जाता है। अखंड ज्योति जलाकर काले तिलों से पूजा करने और रात्रि जप-तप करने से मां काली प्रसन्न होती हैं।
आज की पूजा में श्री भाटिया के साथ नेतराम गांधी, राजू, दिनेश चित्तकारा, राहुल, अनिल भाटिया, बीआर कथूरिया, प्रीतम धमीजा, फकीरचंद कथूरिया, राजा शर्मा एवं अशोक नासवा ने माता रानी की पूजा में हिस्सा लिया।