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फरीदाबाद, 10 अक्टूबर (मोहित गुप्ता): तुम्हारे छल-कपट और वैर के छक्के छुड़ा देंगे, कि हम फौलाद भारत के, हैं हम फौलाद भारत के। ये पंक्तियाँ डॉ० दुर्गा सिन्हा ने उर्दू दोस्त संस्था के तत्वावधान में सनातन धर्म मंदिर, सैक्टर-21 सी में आयोजित काव्य गोष्ठी में सुनाई। इस काव्य गोष्ठी में सुप्रसिद्ध कवि समोद सिंह चरौरा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के अध्यक्ष ए.डी.भट्ट ने की। कुशल मंच संचालन कवयित्री सुरेखा जैन ने किया।
काव्य गोष्ठी में अध्यात्म और वीर रस से ओत-प्रोत कवितायों का बहुतायत में पाठ हुआ और श्रोताओं ने बहुत लुत्फ उठाया। ओज के कवि मनोज मनमौजी ने देश को समर्पित कविता सुनाते हुए कहा-मैं गीत वतन के लिखता हूँ, मैं गीत वतन के गाता हूँ। महेंद्र शर्मा ‘मधुकर ‘ ने हाइकु सुनाया-तुलसी लगे, बीमारी दूर भगे, किस्मत जगे। संस्था की महासचिव डॉ० अंजु दुआ जैमिनी ने अध्यात्म रस से ओत-प्रोत कविता सुनाते हुए कहा-हां, मैंने देखा है तुम्हें/ उन कंदराओं में/ गुफाओं में/ अंधेरों में/ घने जंगलों में/ अपने रूप में/अपने अक्स में।
इस अवसर पर महेंद्र शर्मा ‘मधुकर ‘ को उनकी साहित्यिक उपलब्धियों के लिए संस्था की ओर से शाल ओढ़ाकर व प्रशस्ति पत्र देकर साहित्यकार सम्मान से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त अजय अज्ञात, रीता वाष्र्णेय, ज्योति कोहली, यशदीप कौशिक, कुलदीप ब्रजवासी, एनएल गोसाई, प्रकाश लखानी, प्रकाश चंद्र फुलोरिया, अरुणा कालिया, सुनीता, सुरेन्द्र सिंह रावत, प्रदीप गर्ग, ज्ञान सिंह मुसाफिर, राघवेन्द्र सैनी ने भी कविताओं का पाठ किया।