मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 18 फरवरी: राष्ट्रीय उत्पादकता सप्ताह समारोह के एक खंड के रूप में एचएसपीसी प्रोडक्टिविटी हॉल में गुणवत्ता लागत और प्रतिपादन के माध्यम से उत्पादकता और मुनाफा विषय पर हिंदी में आधा दिवसीय वर्कशॉप आयोजित किया गया था।
इस अवसर पर एचएसपीसी के प्रधान जेपी मल्होत्रा ने कहा कि अपशिष्ट में कमी उत्पादकता और मुनाफे को बढ़ाता है। अपशिष्ट 7 प्रकार के होते हैं जिनमे अत्युत्पादन, सूची, उपयोगी कार्यबल के अन्तर्गत अपवाहन, दोष और प्रतीक्षा शामिल हैं। एक कंपनी में सभी स्तरों पर कर्मचारियों का कर्तव्य है कि खारिज कम करने का, जो कुछ भी संभव हो सकता है पुन: उपयोग करने का और संसाधनों को रीसायकल करने का प्रयास करें। जेपी मल्होत्रा ने समकक्षों और कंपनी में हर एक के साथ ज्ञान, सीख और उत्पादकता का संदेश प्रसारित करने के लिए प्रतिभागियों की सलाह दी।
इस मौके पर सुनील गुप्ता, जीबीएम एचएसपीसी ने अपने संबोधन में ऊर्जस्वी प्रधान जेपी मल्होत्रा के नेतृत्व में एचएसपीसी द्वारा आयोजित आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम, कार्यशालाएं और सेमिनार और उत्पादकता सप्ताह समारोह की गतिविधियों की सराहना की।
भारतीय मानक ब्यूरो फरीदाबाद के प्रमुख एसके दिलबागी ने अपने उद्वघाटन भाषण में कहा कि राष्ट्रीय मानकों को अपनाने और आईएसआई मार्क उत्पादों के निर्माण से ग्राहकों का विश्वास बढ़ता है, गारंटी होती है कि उत्पाद अपेक्षित निष्पादन स्तर को पूरा करेंगे, रिजेक्शन और रीवर्क कम होते हैं और इस प्रकार लागत और प्रतिपादन में सुधार होता है। मानक उत्पादकता और कार्यकुशलता बढ़ाने के लिए एक प्रभावी उपकरण हैं क्योंकि ये उम्मीदों को परिभाषित करते हैं, प्रक्रिया को औपचारिक रूप देते हैं, स्पष्टीकरणीय होते हैं और उत्पाद की गुणवत्ता और सेवा बेहतर करने के लिए व्यक्तिगत निर्णय लेने की स्थिरता को कम करते हैं जिससे उत्पादकता और मुनाफे में वृद्धि होती है। एसके दिलबागी ने कहा कि मानक और 3 आर एस पूरक व्यवस्था हैं।
सुरक्षा और उत्पादकता पोस्टर मुख्य अतिथि एसके दिलबागी द्वारा एमएसएमई प्रतिनिधियों को वितरित किए गए। जेपी मल्होत्रा ने प्रतिभागियों की सलाह दी कि कंपनी के कर्मचारियों के लाभ के लिए अपने कार्यस्थल में पोस्टर प्रदर्शित अवश्य करें। आवश्यकता पडऩे पर अधिक पोस्टर नि:शुल्क उपलब्ध कराये जायेंगे।
इस मौके पर एचएसपीसी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट एचएल भूटानी ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए कई उदाहरण दिए कि हम कैसे इन प्रतिस्पर्धात्मक दिनों में आरजीवित रह सकते हैं। एक निश्चित तरीका है कि अपशिष्ट काम करें और पुनरावृत्ति करें। भूटानी ने वक्ताओं का आभार व्यक्त किया और कंपनियों के प्रबंधकों को इतनी बड़ी संख्या में प्रतिभागियों को प्रतिनियुक्त करने के लिए धन्यवाद किया।
प्रख्यात ट्रेनर एस के कलरैया द्वारा संचालित इस प्रशिक्षण संगोष्ठी में इलोफिक इंडस्ट्रीज, इंपीरियल ऑटो, रिंकू रबड़, भारतीय वाल्व, रिचा इंडस्ट्रीज, कार्तिक इलेक्ट्रॉनिक्स, जेसीबी इंडिया, गुप्ता एक्जिम, बीवाईएसटी और कई अन्य संगठनों से 43 प्रतिभागियों ने भाग लिया।