मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 31 मार्च: हिडा टीम के साथ भावनात्मक और चिंतनशील चर्चा और इंटरव्यू में जेपी मल्होत्रा ने 1986 में डॉ०कानो के नेतृत्व में पहली टीक्यूसी ट्रेनिंग के लाभों की जानकारी दी जिसमें उन्होंने भाग लिया था। अब 30 साल के अंतराल के बाद उनके पुत्र गौतम मल्होत्रा ने उन्हीं प्रो० डॉ० कानो के नेतृत्व में टोक्यो हिडा में पीक्यूएम प्रशिक्षण में भाग लिया है। जेपी मल्होत्रा प्रसन्न हुए जब उन्हें पता चला कि डॉ कानो एशियावासियों के संपूर्ण गुणवत्ता प्रबंधन के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं।
जेपी मल्होत्रा ने कहा कि प्रोफेसर कानो हर बार एक पार्टी में प्रतिभागियों को आमंत्रित करते हैं, जो एक व्याख्यान के रूप में मदद करता है और प्रतिभागियों को एक अवसर प्रदान करता है कि वे शिक्षक के साथ सीधे बात कर पाएं जैसे एक कक्षा में हो। श्री मल्होत्रा ने कहा कि मैं आभारी हूँ कि यह जापान में मेरे प्रवास के समय एक बहुत मूल्यवान अनुभव था।
1986 में टीक्यूसी पाठ्यक्रम और टीक्यूसी के बारे में सीखने के लिए उन्हें सरकार द्वारा जापान भेजा गया था। 2007 में आर्ट ऑफ़ जापानी मैन्युफैक्चरिंग और अब 2016 में पीक्यूएम के बाद दिल्ली के निकट फरीदाबाद में स्थित कंपनी भारतीय वाल्व्स प्राइवेट लिमिटेड ने, जो अग्निशामक और गैस सिलेंडरों में इस्तेमाल वाल्वों का निर्माण करता है, 5 एस जैसी गतिविधियों और क्षेत्र सुधार की शुरुआत की है।
जेपी मल्होत्रा के अनुसार उन्होंने कारखाने में बैठे-बैठे काम की शैली और व्यवस्था बदल दी और ऐसे उपाय निकाले हैं जो कार्य कुशलताए किफायती इंजीनियरिंग, अपशिष्ट उन्मूलन और बेहतर संगठित कार्यस्थल को बढ़ावा देते हैं। उनके बेटे गौतम मल्होत्रा इस धारणा में दृढ़ हैं कि समय प्रबंधन से कार्य कुशलता आती है। जापान में प्रशिक्षण के दौरान नियमबद्ध के लाभों के बारे में उन्होंने जाना। भारतीय वाल्व ने मुख्य परिणाम क्षेत्रों-गुणवत्ता, लागत वितरण पर ध्यान केंद्रित करके उत्पादकता बढ़ाने के लिए जापानी तकनीकों को लागू किया है।
डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन और हरियाणा स्टेट प्रोडक्टिविटी कौंसिल के अध्यक्ष जेपी मल्होत्रा ने डॉ कानो के ज्ञान और प्रज्ञता के लिए अपनी श्रद्धांजलि दी है। डॉ कानो जापान के गुणवत्ता गुरु, प्रो० इशिकावा की विरासत को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
जेपी मल्होत्रा ने बताया कि हिडा जर्नल के स्प्रिंग 2017 अंक में हमारे इंटरव्यू को कवर किया गया है और जापानी टीम द्वारा की गयी फोटोग्राफी है जिसमें अकीरा कुरियामा, सुश्री पुरसेन्ला और सुश्री लवीना ने हमारे कारखाने का दौरा किया था। टीम ने पिता और बेटे के प्रशिक्षण और प्रयासों के प्रभावों की सराहना की जिसके परिणामस्वरूप उन्हें राष्ट्रीय और राज्य पुरस्कार और मान्यता प्राप्त हुई है।