मैट्रो प्लस से ईशिका भाटिया की रिपोर्ट
नई दिल्ली/फरीदाबाद, 5 जुलाई: वस्तु एवं सेवा कर जीएसटी व्यवस्था लागू होने के बाद सब्सिडी वाला रसोई गैस सिलेंडर 32 रुपए महंगा हो गया। इसके मूल्यों में पिछले छह साल की यह सबसे बड़ी बढ़ोतरी है।
एक जुलाई से जीएसटी प्रभावी होने के बाद राजधानी में 14.2 किलो के सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत 446.65 रुपए से बढ़कर 477.46 रुपए हो गई है। पहले की अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था में पूरे देश में एलपीजी पर शून्य एक्साइज ड्यूटी थी। दिल्ली के साथ चंडीगढ़, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और कुछ उत्तर-पूर्वी राज्यों में एलपीजी पर वैट या बिक्री कर शून्य था। अन्य राज्यों में यह एक से पांच फीसद के बीच था।
जीएसटी के तहत तमाम तरह के करों को खत्म करके इसी में समाहित कर दिया गया है। सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर को पांच फीसद वाले टैक्स स्लैब में रखा गया है। इस तरह ऐसे राज्यों में जहां एलपीजी सिलेंडर पर वैट या सेल्स टैक्स शून्य या पांच फीसद से कम था। वहां इसकी कीमतें बड़ गई हैं।
25 जून 2011 के बाद सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर में यह सबसे अधिक मूल्यवृद्धि है। हर परिवार को एक साल में 12 सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडर मिलते हैं। यह सीमा समाप्त हो जाने के बाद ग्राहक को बाजार मूल्य पर सिलेंडर खरीदना पड़ता है। राजधानी में 14.2 किलो के बिना सब्सिडी वाले एलजीपी सिलेंडर का दाम 564 रुपए है।