विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल द्वारा उर्जा आपूर्ति के लिए सौर उर्जा का इस्तेमाल करना बेहतर प्रशंसनीय और सराहनीय कार्य है : डॉ० हनीफ कुरैशी
मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 2 अगस्त: जिस तरह से गुलदस्तों में अलग-अलग किस्म के फूल होते हैं, उसी तरीके से छात्र भी कई प्रकार के होते हैं। कोई बच्चा स्पोटर््स में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करता है तो कोई गायन आदि क्षेत्र में। इसलिए शिक्षकों को चाहिए कि वो छात्रों का उसी दिशा में मार्गदर्शन करें जिसमें उसकी रूचि हो। ये विचार पुलिस कमिश्नर डॉ.हनीफ कुरेैशी ने आज यहां विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल तिगांव में स्कूल प्रबंधन द्वारा अपने स्कूल में लगाए गए जिले के पहले सोलर सिस्टम को उद्वघाटन करने के बाद आयोजित एक समारोह में उपस्थित स्कूली छात्रों व क्षेत्र के गणमान्य लोगों के समक्ष व्यक्त किए। डॉ. कुरेैशी ने इस अवसर पर कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में ऊर्जा की बड़ी मात्रा में आवश्यकता है। इस मांग को पूर्ण करने हेतु सौर ऊर्जा का उपयोग सर्वोत्तम उपाय हैं। जिससे हम ऊर्जा की मांग एवं पूर्ति के बीच सामंजस्य स्थापित कर सकते हैं। बतौर मुख्यातिथि समारोह में पहुंचे डॉ० कुरैशी ने कहा कि विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल द्वारा उर्जा आपूर्ति के लिए सौर उर्जा का इस्तेमाल करना बेहतर प्रशंसनीय और सराहनीय कार्य है और उन्हें खुशी है कि स्कूल प्रशासन शिक्षा प्रसार के साथ-साथ अन्य क्षेत्रों में भी सकारात्मक पहल कर राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा कि देश में बिजली का 53 प्रतिशत उत्पादन कोयले से किया जाता हैं और ऐसा अनुमान लगाया जाता हैं कि वर्ष 2040-2050 तक ये भी समाप्त हो जाएगा। भारत की 72 प्रतिशत से अधिक जनता गांवों में निवास करती हैं और इसमें से आधे गांव बिना बिजली के ही अपना जीवन यापन कर रहे हैं। अब हम ऐसी स्थिति में आ गए हैं कि अब हमें ऊर्जा के अधिकाधिक उत्पादन के लिए ऊर्जा के संरक्षण के क्षेत्र में उसके नवीनीकरण एवं बचाव के लिए कदम उठाने चाहिए।
कार्यक्रम की खास बात यह रही कि स्कूली छात्रों ने पुलिस कमिश्नर डॉ.हनीफ कुरेैशी से सवाल-जवाब भी किए जिनका डॉ.हनीफ कुरेैशी ने बड़ी सहजता से जवाब भी दिए। एक छात्र ने तो उनसे यही पूछ लिया कि इस पोस्ट तक पहुंचने के लिए उन्होंने क्या-क्या किया जिस पर डॉ. कुरेैशी का कहना था कि किताबी ज्ञान के चलते वो आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं।
इस अवसर पर पुलिस कमिश्नर डॉ.हनीफ कुरेैशी ने स्कूल प्रांगण में पौधारोपण कर हरित अभियान को भी आगे बढ़ाया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्कूल के चेयरमैन धर्मपाल यादव ने कहा कि सौर ऊर्जा हमारे वातावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। बिजली बनाने में सबसे ज्यादा इस्तेमाल कोयले से चलने वाले थर्मल पॉवर प्लांट का किया जाता है। कोयला जलाने से वातावरण में कार्बनडाई ऑक्साइड धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। वातावरण में कार्बन डाई ऑक्साइड बढऩे से वातावरण का तापमान बढ़ता है और वातावरण का तापमान बढऩे से ध्रुवीय क्षेत्रों के बर्फ के पिघलने का खतरा बढ़ता जा रहा है। इससे समुंद्र का स्तर बढ़ सकता है जिससे कई तटीय इलाके डूब सकते हैं। अगर इन सब खतरों से बचना है तो बिजली बनाने के लिए सौर ऊर्जा का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि उनका उद्वेश्य शिक्षा के नाम पर पैसा कमाना नहीं है बल्कि वे तो खादर क्षेत्र के लोगों को कम पैसों में अच्छी शिक्षा देना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने जहां स्कूल में लड़कियों का एडमिशन फ्री किया हुआ हैं वहीं वे जल्द ही लड़कों का एडमिशन भी फ्री करने की योजना बना रहें है ताकि सबको समान शिक्षा मिल सके।
स्कूल के डॉयरेक्टर एवं रोटरी क्लब ऑफ फरीदाबाद इंडस्ट्रियल टाऊन के सदस्य रो. दीपक यादव ने सोलर सिस्टम इंस्टॉल किए जाने के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि अब स्कूल की सारी ऊर्जा की आवश्यकताएं सौर ऊर्जा के माध्यम से पूरी की जाएंगी। सौर ऊर्जा पैदा करने में किसी तरह का प्रदूषण नहीं होता है और वातावरण पूरी तरह सुरक्षित रहता है। सोलर सेल एक बार लगा देने पर उसे किसी तरह के ईंधन की जरूरत नहीं होती। सूर्य की किरणें जो मुफ्त में उपलब्ध रहती हैं उसी की सहायता से बिजली बनाई जाती है। उन्होंने बताया की लोगों में सौर ऊर्जा के प्रति जागरूकता बढ़ानी चाहिए तभी हमारा वातावरण सुरक्षित रह सकता है।
इस अवसर पर हरियाणा प्रोग्रेसेसिव स्कूल्ज कांफ्रेंस (एचपीएससी) के प्रदेश अध्यक्ष एस.एस. गोंसाईं, जिला अध्यक्ष सुरेश चन्द्र, जिला परिषद् के पूर्व चेयरमैन नानक चंद मोठुका, राजू वर्मा, लखन बेनीवाल, जोध सिंह वालिया, बृजमोहन भड़ाना, जयराम प्रधान, शम्मी यादव, सी.एल. गोयल, योगेश चौहान कॉऑर्डिनेटर एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
उल्लेखनीय है कि विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी स्थान रखता है। स्कूल प्रशासन के अनुभव और दूरदर्शी सोच के मार्गदर्शन में एक ओर विद्यार्थी शिक्षा के क्षेत्र में जहां अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं वहीं खेलों में भी स्कूल के विद्यार्थी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं। स्कूल प्रशासन सामाजिक रूप से भी अपनी जिम्मेदारियों के निर्वहन में अग्रणी रहता है। इसी कड़ी में स्कूल की उर्जा आवश्यकताओं के लिए सोलर पॉवर सिस्टम लगाया गया है। अब स्कूल पूरी तरह से सौर उर्जा का इस्तेमाल करेगा।






