मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद/श्रीनगर,17 अगस्त: स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर पूरे समूह को एक साथ श्रीनगर लाल चौक पर एकत्र होकर तिरंगा फहराने तथा काव्य गोष्ठी करने की प्रशासन द्वारा अनुमति तथा सहयोग ना मिलने की स्थिति में फरीदाबाद के इस जांबाज दंपत्ति ने कश्मीर में तिरंगा यात्रा का निर्णय लिया। संस्कार भारती फरीदाबाद के जिला सह-संयोजक समोद सिंह चरौरा तथा उनकी सह-धर्मिणी संस्कार भारती हरियाणा प्रांत की महिला टोली सदस्या स्वदेश चरौरा 14 अगस्त, 2017 को निकल पड़े श्रीनगर की ओर।
इन दोनों ने 14 अगस्त, 2017 को श्रीनगर के विभिन्न संवेदनशील प्रमुख स्थानों का भ्रमण किया। तत्पश्चात स्वतंत्रता दिवस को प्रात: 5:00 बजे अपने होटल सिटी पार्क के परिसर से तिरंगा लेकर निकल पड़े। इसके पश्चात श्रीनगर में बंद के माहौल में सुनसान वादियों में लेक गेट से लाल चौक, बादशाह चौक तथा हैदरपुर के अतिरिक्त अन्य कई स्थानों पर ध्वज लेकर प्रात: 9:00 बजे श्रीनगर एयरपोर्ट पहुंचकर ध्वजारोहण में सम्मिलित हुए। इस यात्रा के समय देश की बहुत बड़ी विडंबना जो अब तक हम सिर्फ शब्दों में सुनते थे। इन दोनों ने अपनी आंखों से देखा कि स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भी पूरे श्रीनगर में कहीं भी तिरंगा नजर नहीं आया। सिर्फ बख्शी स्टेडियम, आर्मी कैंप तथा एयरपोर्ट के अंदर ही सरकार द्वारा ध्वजारोहण किया गया। खुले तौर पर इन दंपत्ति के अतिरिक्त किसी के भी हाथ में तिरंगा नहीं था। बता दे कि स्वतंत्रा दिवस से एक दिन पहले ही श्रीनगर में आतंकियों ने सुरक्षाकर्मियों पर हमला किया, जिस कारण से पूरा श्रीनगर बंद होने के बावजूद भी लेक गेट से एयरपोर्ट तक 11 किलोमीटर तिरंगा हाथ में लेकर इन दोनों ने यात्रा की।
तिरंगे की हिफाजत में मधुप मकरंद ढोते हैं,
इसी से प्रेम के कारण कई अनुबंध होते हैं।