मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 14 फरवरी: सैक्टर-21ए स्थित हॉमर्टन ग्रामर स्कूल में छात्र-छात्राओं ने विश्व आकाशवाणी दिवस बहुत ही रोचक ढंग से मनाया। कार्यक्रम में बड़ी कक्षाओं के बच्चों ने इस सूचना तंत्रा पर तरह-तरह के बैनर और पोस्टर तैयार किए तो कक्षा 5 से 8 तक के बच्चों ने रेडियो से होने वाले लाभों और हानियों पर विस्तार से चर्चा की।
इस मौके पर बच्चों के एक वर्ग ने रेडियो व्यवस्था पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे अनेक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रमों और उनके महत्व से अपने ज्ञान में वृद्वि करते हैं और अनेक खेल आयोजनों जैसे ओलम्पिक तथा क्रिकेट मैचों के सीधे प्रसारण से तो ज्ञान के साथ-साथ मनोरंजन भी होता है। रेडियो से हमारा ध्यान अनेक ज्वलंत समस्याओं और घटनाओं की ओर जाता है, साथ ही ऐसे प्रसारणों को सुनकर हमारी भाषा का भी विकास होता तथा सोचने और समझने की शक्ति बढ़ती है।
इस अवसर पर बच्चों के दूसरे वर्ग ने रेडियो के नकारात्मक पक्षा की ओर श्रोताओं का ध्यान खींचते हुए बताया कि अत्यधिक रेडियों तरंगे पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के साथ हमारे स्वास्थ्य के लिए भी खतरा हो सकती है। कभी-कभी विरोधी विचारों वाले समाज या देशों में अपफवाहों का बाजार भी गर्म करती है जिससे तनाव और मनमुटाव बढ़ जाता है। इस सूचना तंत्रा का अधिक उपयोग हमें दैनिक जीवन में तनाव ग्रस्त और आलसी भी बना सकता है। इस तरह रेडियो के इतिहास और उपयोगिता पर छात्रों ने गंभीर मंथन किया।
संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा सुनिश्चित अनेक शैक्षणिक कार्यक्रमों को हॉमर्टन ग्रामर स्कूल सदैव प्रमुखता क्रियान्वित करता रहा है, जिससे स्कूल के सभी छात्र-छात्राओं में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सामाजिक और वैज्ञानिक समझ पैदा हो सके।
इस मौके पर स्कूल के एमडी राजदीप सिंह ने बताया कि हॉमर्टन ग्रामर स्कूल स्वयं यूनेस्को से संबंध है। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम से रेडियो के महल और संचार माध्यमों में उसकी आधुनिक अंतर्राष्ट्रीय स्थिति खेलों के कारण जिस तरह बढ़ी और समाज की समक्ष का विकास हुआ है, सभी इससे परिचित हुए।